अजमेर. शहर के वैशाली नगर सेक्टर 3 सागर विहार कॉलोनी की मुश्किलें इस मानसून कम होती नजर नहीं आ रही है. कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए किए गए लॉकडाउन की वजह से स्मार्ट सिटी के तहत बन रहे पंप हाउस के निर्माण कार्य में बाधा आ गई है. लिहाजा अस्थाई तौर पर लगाए गए पम्पों की सहायता से ही क्षेत्र में बरसाती पानी की निकासी आनासागर झील में हो पाएगी.
बता दें कि, वैशाली नगर में सेक्टर 3 में पॉश इलाका एडीए और हाउसिंग बोर्ड की बेतरतीब योजना में बसा हुआ है. जिसका दंश क्षेत्र के लोगों को सालों साल झेलना पड़ रहा है. इलाके में बरसात के पानी की कोई निकासी नहीं है. ऐसे में बरसात का पानी क्षेत्र वासियों के लिए मुसीबत बन जाता है. गुरुवार को आधा घण्टे की बारिश से सड़के डूब गई. वहीं मकानों में पानी भर गया. गत वर्ष तेज बारिश से 3 दिन तक लोगों के घरों में पानी भरा रहा.
खास बात यह है कि इस क्षेत्र के पार्षद स्वयं नगर निगम के मेयर धर्मेंद्र गहलोत है. गहलोत ने बताया कि, क्षेत्र में पानी की निकासी की समस्या काफी पुरानी है. गत वर्ष के हालातों को देखते हुए क्षेत्र में बरसाती पानी की निकासी के लिए पंप हाउस का प्रस्ताव स्मार्ट सिटी के तहत लिया गया था. लेकिन कोविड 19 के तहत हुए लॉक डाउन की वजह से पंप हाउस निर्माण का कार्य अटक गया. उन्होंने बताया कि, स्पेशल पंप के साथ जनरेटर भी लगाया जाएगा.
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फिलहाल अस्थाई पंपो के जरिए क्षेत्र से पानी की निकासी की जा रही है. वहीं गहलोत के बयान से लगता है कि, क्षेत्र में बरसाती पानी की निकासी के पुख्ता इंतजाम के लिए क्षेत्र के लोगों को अगले वर्ष तक सब्र रखना होगा. इस वर्ष भी अस्थाई पंप और भगवान भरोसे ही हालात क्षेत्र में बने रहेंगे.