अजमेर. कोरोना काल में लंबा समय गुजर जाने के बाद राज्य सरकार ने 6 से 12 तक के स्कूल खोल दिए हैं. वहीं, राज्य सरकार अब निजी स्कूलों की तर्ज पर सरकारी स्कूलों में वार्षिक समारोह भी आयोजित करने जा रहा है. ऐसे में स्कूलों पर कोरोना को देखते हुए कटौती किए गए सिलेबस को पूरा करने का दबाव है. ऐसे वार्षिक समारोह आयोजित होने से अध्यन कार्य पर प्रभाव पड़ेगा.
वहीं, राज्य सरकार ने सरकारी स्कूलों में वार्षिक उत्सव एवं पुरस्कार वितरण समारोह 2020-21 मनाने के निर्देश दिए हैं. जिसके तहत बाकायदा समस्त स्कूलों के लिए 10 हजार रुपए प्रति स्कूल राशि भी वार्षिक उत्सव के लिए स्वीकृत की गई है. बता दें कि वार्षिक उत्सव में प्रतिभावान विद्यार्थियों, एल्यूमिनी स्कूल को सहयोग देने वाले भामाशाहों और सीएसआर में सहयोग देने वाली व्यवसायिक संस्थानों के प्रतिनिधियों का सम्मान किया जाएगा. जहां, प्रत्येक समारोह में अधिकाधिक जन सहभागिता होने के लिए विशेष निर्देश दिए गए हैं.
समारोह में जनप्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया जाएगा. इसी के तहत राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद की ओर से जारी निर्देशों के अनुसार वार्षिकोत्सव एवं पुरस्कार वितरण समारोह 20 फरवरी से 20 मार्च 2021 के बीच किए जाने हैं. इसके अलावा प्रारंभिक शिक्षा कक्षा 1 से 5 तक विद्यालयों का नियमित संचालन अभी शुरू नहीं हुआ है. अतः चयनित प्राथमिक विद्यालयों में वार्षिक उत्सव का आयोजन विद्यालयों के नियमित संचालन के पश्चात ही किया जाएगा. इन विद्यालयों में ऐसे आयोजन की पूर्व में तैयारी रखने के निर्देश दिए गए हैं.
साथ ही समारोह में कोरोना लॉकडाउन के दौरान नवाचार के रूप में प्रारंभ किए गए ऑनलाइन शिक्षण में सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाले शिक्षकों को भी सम्मानित किया जाएगा. जिले में कुल 1007 सरकारी स्कूल खुल चुके हैं. इनमें 498 उच्च प्राथमिक विद्यालय, 498 माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालय हैं. इसके अलावा 4 स्वामी विवेकानंद मॉडल स्कूल और 7 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय सम्मलित हैं.
परीक्षा की तैयारी और कटौती किए गए सेलेबस को पूरा करने का दबाव..
जानकारी के मुताबिक जून महिने में स्कूलों की परीक्षाएं आयोजित होंगी. वहीं मई महिने में राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षाएं हैं. ऐसे में समयावधि कम होने से विद्यार्थियों में पाठ्यक्रम को पढ़ने और परीक्षा की तैयारी का दबाव है. इसके अलावा दूसरी ओर कटौती किए गए पाठ्यक्रम को समय अवधि में पूरा करवाने की चुनौती है.
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ऐसे में वार्षिक उत्सव की तैयारी करने में शिक्षक जुटेंगे तो 4-5 दिन शिक्षण कार्य प्रभावित होगा. हालांकि सरकार की मंशा है कि निजी स्कूलों की तर्ज पर सरकारी स्कूलों में वार्षिक उत्सव और पुरस्कार वितरण समारोह से अगले सत्र में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ेंगी. इसके अलावा सरकारी स्कूलों के विकास के लिए सीएसआर में सहयोग भी ज्यादा मिलेगा.