अजमेर. देशभर में कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन के बाद लगातार निजी स्कूलों की मनमानी शुरू हो चुकी है. निजी स्कूलों का व्यापार धड़ल्ले से जारी है. वहीं पिछले 2 महीनों से ज्यादा दिनों का समय बीत चुका है. स्कूल भी पूरी तरीके से बंद है. लेकिन उसके बाद भी निजी शिक्षण संस्थानों द्वारा अभिभावकों से फीस की मांग की जा रही है.
देश भर में चल रहा 'No school, No fees ' के अभियान लेकर सभी अभिभावक सोमवार को एक निजी स्कूल के बाहर पहुंचे. अभिभावकों ने स्कूल के मुख्य द्वार के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. अभिभावकों का कहना है कि निजी शिक्षण संस्थानों द्वारा मनमानी करने के साथ अभिभावकों पर फीस के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा है, जो ठीक नहीं है.
इसके साथ ही निजी शिक्षण संस्थान अभिभावकों पर स्कूल की किताबों को लेकर भी लगातार दबाव बना रही है. जिस तरह से देश भर में लॉकडाउन घोषित किया गया था, उसके बाद सभी अभिभावकों की आर्थिक स्थिति खराब हो चुकी है, लेकिन ऐसे में निजी स्कूल लगातार मनमानी फीस की वसूली कर रहे हैं.
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अभिभावकों ने जानकारी देते हुए बताया कि NCERT कोर्स लागू होने के बावजूद प्राइवेट पब्लिशर्स से बुक खरीदने का भी दबाव संस्थानों बना रहे हैं. जिससे अब अभिभावक परेशान हो चुके हैं. अभिभावकों की आर्थिक स्थिति तो पहले से ही खराब थी, लेकिन अब लगता है बच्चों का भविष्य भी खराब होने लगा है. वहीं ये सभी अभिभावकों ने राजस्थान सरकार और स्कूल प्रशासन से मांग की है कि जब बच्चे स्कूल में नहीं पढ़ रहे हैं तो किसी प्रकार की फीस स्कूल प्रशासन को नहीं दी जाएगी. अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई तो उग्र प्रदर्शन किया जाएगा.