अजमेर. निजी शिक्षण संस्थानों की मनमानी को लेकर अभिभावकों द्वारा लगातार विरोध-प्रदर्शन किया जा रहा है. अभिभावकों का कहना है कि जब स्कूल ही नहीं खोले गए, तो फिर किस बात की फीस मांगी जा रही है. बता दें कि इन दिनों पूरे प्रदेश में NO SCHOOL-NO FEES को लेकर अभिभावकों द्वारा विरोध किया जा रहा है.
इस संबंध में शिक्षा राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा से भी अभिभावकों ने मुलाकात की थी, लेकिन उसके बावजूद अभी तक शिक्षण संस्थानों द्वारा मनमानी की जा रही है. ऐसे में सोमवार को एक बार फिर से निजी स्कूल के बाहर अभिभावकों द्वारा विरोध-प्रदर्शन किया गया.
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उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि प्राचार्य द्वारा अभिभावकों से मुलाकात नहीं की जा रही और स्कूल संचालक भू माफियाओं की तरह काम कर रहे हैं. एक अभिभावक लविषा रामानी ने जानकारी देते हुए बताया कि नो स्कूल-नो फीस आंदोलन को अजमेर में उनके द्वारा उठाया जा रहा है, लेकिन अब स्कूल प्रशासन द्वारा लगातार उन्हें धमकियां मिल रही है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सोशल साइट के जरिए उन पर अभद्र टिप्पणी भी की जा रही है.
अभिभावकों ने आरोप लगाते हुए कहा कि कई बार प्राचार्य से मुलाकात करने की कोशिश की गई, लेकिन अभी तक उनके द्वारा किसी भी तरह का आश्वासन नहीं दिया गया है. अब कई अभिभावक ऐसे हैं, जो अपने बच्चों की टीसी लेने पहुंचे हैं, लेकिन उन्हें भी किसी तरह का कोई जवाब नहीं दिया जा रहा है.
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लविषा रमानी ने जानकारी देते हुए बताया कि वह अभिभावकों के हक की लड़ाई लड़ रही है, लेकिन उनको सोशल साइट के जरिए निजी रूप से परेशान किया जा रहा है. इसको लेकर उन्होंने कहा कि वह स्कूल प्रशासन के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज करवा सकती हैं.