सिरोही. 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस है. भारत की संस्कृति को विश्व पटल पर योग ने एक नई पहचान दिलाई है. भारत में योग सदियों से होता आया है. कई श्रृषि-मुनि, साधु-संत और तपस्वियों ने योग की कई कलाओं को सिखाया है. योग से हम न केवल शारीरिक रूप से बल्कि मानसिक रूप से भी स्वस्थ्य रह सकते हैं. आज हम आपको योग की ऐसी ही एक शिक्षिका के बारे में बताएंगे, जिसने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर योग के माध्यम से एक अपनी अलग पहचान बनाई हैं.
आपको बता दें की सिरोही की पल गहलोत जिन्होंने पहले इंजीनियर की पढ़ाई की नौकरी भी हासिल की. लेकिन योग की तरफ अपना रुझान देख योग शिक्षिका बनी. पल के संयुक्त राष्ट्र अमेरिका, इटली, स्पेन, फ्रांस और जर्मनी सहित कुल 26 देशों में योग के छात्र हैं. जिन्हें इन दिनों लॉकडाउन और कोरोना की महामारी के चलते ऑनलाइन ही योग की शिक्षा दे रहीं हैं. योगा दिवस पर पल ऑनलाइन 100 विदेशियों को योग सिखा रहीं हैं. पल गहलोत बताती है की हर किसी को अपने जीवन में योग धारण करना चाहिए. क्योंकि आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों को तनाव अधिक होता है, जिससे दूर रहने का सबसे अच्छा उपाय योग है.
जीवन में योग का कितना महत्व है यह इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि आज के दौर की इस बेटी ने इंजीनियर की पढ़ाई करने के बाद भी योग को अपने करियर के रूप में अपनाया. पल योगदर्शन, प्रणाम ध्यान, वेदों, आयुर्वेद उपचार और योग चिकित्सा के तहत भी अपने ज्ञान को बांटने का काम कर रही हैं. योग के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने वाली पल गहलोत पर मां बाप भी गर्व महसूस कर रहें हैं. बता दें की नेपाल, थाईलैंड और श्रीलंका में योग शिविर करने के बाद अब क्रोएशिया और अल्बानिया में पल के योग शिविर होंगे.
योग शिक्षिका अदिति ने बताए योग के गुण, 2 सालों से सिखा रहीं योग
वहीं अजमेर योग शिक्षिका अदिति भी 2 सालों से लोगों को योग सिखा रही हैं. हालांकि इस बार कोरोना वैश्विक महामारी के चलते सभी सामूहिक आयोजनों पर पाबंदी लगा दी गई है. इसके चलते राजस्थान सरकार में केंद्र सरकार की ओर से गाइडलाइन जारी करते हुए घर में ही रह कर योग करने के निर्देश दिए गए.
योग दिवस के इस अवसर पर ईटीवी भारत ने अजमेर की योग शिक्षिका से बात की. जहां अदिति कोली ने जानकारी देते हुए बताया कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर इस बार लाइव सेशन के माध्यम से ही योग होगा. जिसमें 1 घंटे का लाइव सेशन केंद्र सरकार की ओर से किया गया है. जिसके माध्यम से आम लोग योग में अपनी पूर्ण रूप से भागीदारी निभा सकेंगे. अदिति ने कहा कि स्वस्थ रहने के लिए जीवन में योग बेहद जरूरी है. हम बड़ी से बड़ी बीमारी योग से दूर कर सकते हैं.
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अदिति ने कहा कि डायबिटीज मरीजों को भी नियमित रूप से योगाभ्यास करना चाहिए. डायबिटिज मरीज के लिए मंडूकासन काफी जरूरी है. वहीं प्राणायाम की अगर बात की जाए तो भ्रामरी प्राणायाम से भी डायबिटीज को कंट्रोल किया जा सकता है. अदिति ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर ईटीवी भारत के माध्यम से जनता से अपील कि,की सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करते हुए पूरे परिवार के साथ घर में रहकर ही योग करें.
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अदिति ने कहा कि कोरोना माहमारी से व्यक्ति को निजात पाने के लिए योग बेहद जरूरी है. अदिति ने जानकारी देते हुए बताया कि थाइरोइड के लिए सर्वांगासन, अलासन, प्राणायाम में अनुलोम-विलोम, भ्रामरी और उज्जाई आसन काफी कारगर है. जिससे थाइरोइड की क्षमता कम होती है. मोटापे के लिए धनुरशासन, भुजासना और सूर्य नमस्कार के अलावा साइकिल चलाना बेहद जरूरी है. जिससे मोटापा कम होगा. अदिति ने बताया कि वह लगभग 2 सालों से लोगों को योग सिखा रहीं हैं.