अजमेर. जिले में अपहरण और मानव तस्करी करके लाए गए बच्चों को रेस्क्यू करने के लिए जिला पुलिस चाइल्ड हेल्प लाइन और सीडब्ल्यूसी के संयुक्त तत्वाधान में 'ऑपरेशन आशा' की शुरुआत की जा रही है. ऑपरेशन आशा के तहत अजमेर जिले में विभिन्न स्थानों पर नाबालिग बच्चों से कराए जा रहे काम, बाल मजदूरी के साथ ही अन्य घटनाओं से रेस्क्यू कर उन्हें आजाद कराया जाएगा. अजमेर एसपी के नेतृत्व में पुलिस लाइन सभागार में तीनों विभागों के साथ ही बच्चों के लिए बनाए गए नोडल अधिकारी की संयुक्त रूप से बैठक हुई.
इस बैठक में विभिन्न स्थानों पर दबिश देकर बच्चों को मुक्त कराने पर चर्चा की गई. ऑपरेशन के तहत अधिकारियों और अन्य विभागों को किस तरह से काम करना है और पुलिस के सहयोग से किस तरह से जानकारी जुटाकर मासूम बच्चों तक पहुंचना है, इसकी जानकारी दी गई.
अजमेर एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि अजमेर में मासूम बच्चों से काम कराने वाले लोगों पर एफआईआर दर्ज होगी और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. वहीं उन बच्चों का भी पता लग पाएगा, जो मानव तस्करी कर या फिर अपहरण कर अजमेर लाए गए हैं. इसी उद्देश्य के साथ इस अभियान को चलाया जा रहा है.