अजमेर. प्रदेश में कोरोना बीमारी की दस्तक के बाद जारी एडवाइजरी को लेकर अजमेर का चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट हो गया है. विभाग ने सभी चिकित्सकों को केंद्र सरकार की गाइडलाइन की पालना करने के निर्देश दिए हैं.
धार्मिक पर्यटन नगरी होने की वजह से अजमेर संवेदनशील है. यहां हर रोज देश और दुनिया से धार्मिक और पर्यटन स्थलों पर हजारों की संख्या में लोग आते हैं. ऐसे में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ज्यादा सजग हो गया है. खासकर चाइना से आने वाले या उनके संपर्क में रहने वालों को चिन्हित किया जा रहा है. जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. केके सोनी ने बताया कि जो लोग 14 दिन पहले चाइना से आए हैं, वह सभी जांच के दायरे में हैं.
उन्होंने बताया कि अजमेर में करोना डिजीज का कोई मरीज सामने नहीं आया है, लेकिन फिर भी पूरी एतिहात बरतने के लिए चिकित्सकों को निर्देश दिए हैं. उन्होंने बताया कि कोरोना बीमारी के लक्षण अन्य संक्रमित बीमारी की तरह ही है. जिन लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हैं, ऐसे लोग जल्द संक्रमित होते हैं.
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डॉक्टर सोनी ने बताया कि संदिग्ध मरीजों को आइसोलेशन वार्ड में रखने की व्यवस्था की है. उन्होंने यह भी बताया कि नई बीमारी होने की वजह से इसके बचाव के लिए कोई वैक्सीनेशन नहीं है और ना ही मेडिकल कॉलेज में इसकी कोई जांच की व्यवस्था है. इसकी जांच पुणे में स्थित राष्ट्रीय कृत प्रयोगशाला में ही सैंपल भेज कर करवाई जाती है .
य हैं कोरोना डिजीज के लक्षण
कोरोना डिजीज एक तरह का वायरस है, जो एक इंसान से दूसरे इंसान में फैलता है. कोरोना डिजीज में रोगी को सर दर्द, नाक का बहाना, निमोनिया, फेफड़ों में सूजन, छींक आना, अस्थमा बिगड़ना, अस्वस्थता का एहसास होना, गले में खराश और खांसी होना इसके प्रमुख लक्षण हैं.