अजमेर. जिले में शराब कारोबारियों ने जिला मुख्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है. जिसमें शराब की दुकान सुबह 10 बजे से रात 8 बजे तक खोलने की अनुमति देने की मांग की है. शराब कारोबारियों का कहना है कि वीकेंड कर्फ्यू के तहत शनिवार, रविवार को शराब की दुकानें पूर्णता बंद रखी जा रही है. साथ ही शराब कारोबारियों का कहना है कि सुबह का समय चाय-दूध पीने का होता है.
इस दौरान शराब की दुकान पर ग्राहक नहीं आते हैं. जिसके कारण बिक्री घटकर 30% से भी कम रह गई है. बिक्री कम होने से सरकार की ओर से निर्धारित न्यूनतम गारंटी की पूर्ति करना शराब विक्रेताओं के लिए बिल्कुल भी संभव नहीं है. जिससे सरकार को भी भारी राजस्व घाटा होगा. साथ ही कहा कि नुकसान की वजह से दुकानदारों को दुकान का किराया चुकाना भी मुश्किल हो रहा है. शराब कारोबारी और देहात कांग्रेस के पूर्व उपाध्यक्ष छीतरमल टेपण ने बताया कि अजमेर के शराब कारोबारियों ने मांग की है कि सुबह 10 बजे से शाम 8 बजे तक दुकान खोले जाने की अनुमति गृह विभाग जारी करे.
पढ़ें: सोनिया गांधी की इस नई टीम से राजस्थान के नेता नदारद, क्या 5 राज्यों के चुनावी नतीजों का है असर
साथ ही वीकेंड कर्फ्यू से शराब की दुकानों को मुक्त रखा जाए. इसके अलावा शनिवार, रविवार को भी दुकानें खोले जाने का संशोधित आदेश जारी हो. इसके अलावा कोरोना काल की वजह से यदि सरकार को संशोधित आदेश जारी करना उचित नहीं लगे तो पूर्व निर्धारित न्यूनतम गारंटी समाप्त करके जितनी बिक्री हो उसी के आधार पर ठेका चलाने की अनुमति प्रदान की जाए.
जिसमें यदि समय यथावत रखा जाता है तो सोमवार से शुक्रवार तक गारंटी में 75% की छूट और वीकेंड कर्फ्यू शनिवार और रविवार को दुकानें बंद रहने पर गारंटी में 100% छूट प्रदान की जाए. साथ ही शराब विक्रेताओं को उनकी स्थानीय मांग आवश्यकता के अनुसार देशी और विदेशी शराब व बियर सप्लाई की जाए. शराब कारोबारियों का कहना है कि उनकी मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार कर उचित आदेश प्रदान किए जाएं. अन्यथा शराब की दुकानें बंद करने के अलावा शराब ठेकेदारों के पास और अन्य कोई विकल्प नहीं शेष रह गया है.