अजमेर. गत वर्ष अक्टूबर माह में गुजराती पेट्रोल पंप पर ताबड़तोड़ फायरिंग के मामले में अजमेर पुलिस ने पेट्रोल पंप संचालक को जान से मारने की धमकी देने वाले दो आरोपियों को गुरदासपुर जेल से प्रोडक्शन वारंट के तहत गिरफ्तार (two shooter of lawrence Gang arrested) किया है. दोनों आरोपी कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गे बताए जा रहे हैं. खास बात यह है कि इस पूरी साजिश का मास्टरमाइंड मलेशिया में है.
पेट्रोल पंप संचालक नमन गर्ग पर फायरिंग के मामले में पुलिस पहले ही तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. अजमेर उत्तर सीओ छवि शर्मा ने बताया कि 20 अक्टूबर 2021 को फिरौती नहीं मिलने पर बदमाशों ने गुजराती पेट्रोल पंप के संचालक नमन गर्ग पर पांच राउंड फायर किए थे. इस मामले में सिविल लाइंस थाने में नमन गर्ग ने मुकदमा दर्ज करवाया था. इस प्रकरण में नसीराबाद के लच्छीपुरा निवासी नरेंद्र सिंह गहलोत, पाली जिले के जवाडिया सारण गांव के पप्पू सिंह उर्फ पप्सा और अजमेर जिले के खरवा निवासी भूपेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया जा चुका है.
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इनके खिलाफ पुलिस न्यायालय में चालान भी पेश कर चुकी है. सीओ छवि शर्मा ने बताया कि पेट्रोल पंप संचालक नमन गर्ग ने 2 फरवरी 2022 को क्रिश्चियन गंज थाने में मुकदमा दर्ज करवाया था. इसमें उसने वीडियो कॉल के जरिए उसे जान से मारने की धमकी मिलने की बात कही थी. पेट्रोल पंप संचालक नमन गर्ग को दोबारा मिली धमकी की पड़ताल शुरू की गई. इसमें अजमेर केंद्रीय कारागार में न्यायिक अभिरक्षा में पेट्रोल पंप पर फायर करने वाले आरोपी नरेंद्र सिंह गहलोत और पप्पू सिंह से पूछताछ की गई. आरोपियों ने बताया कि पेट्रोल पंप संचालक नमन गर्ग को जो धमकियां मिल रही हैं, वह खरवा निवासी भूपेंद्र सिंह दिलवा रहा है.
प्रकरण में पड़ताल की जा रही थी तभी पंजाब के होशियारपुर जिले में बुलेवाल थाने से महत्वपूर्ण सूचना मिली. होशियार थाना पुलिस ने आर्म्स एक्ट में गिरफ्तार पंजाब के गुरदासपुर जिले के बहरामपुर थाना क्षेत्र में मोहल्ला ताकी दरवाजा निवासी कपिल देव और हरियाणा के जिला फतेहाबाद निवासी मनप्रीत सिंह उर्फ काली से पूछताछ की. तब मामले का खुलासा हुआ. आरोपी कपिल देव और मनप्रीत उर्फ काली अजमेर पेट्रोल पंप संचालक नमन गर्ग की रेकी कर उसकी हत्या की नीयत से दोनों अजमेर आए थे.
दोनों आरोपियों को अजमेर पुलिस ने गुरदासपुर कारागार से प्रोडक्शन वारंट के तहत गिरफ्तार किया है. प्रकरण में घटनाक्रम के संबंध में दोनों आरोपियों से गहनता से अनुसंधान किया जा रहा है. अजमेर नार्थ सीओ छवि शर्मा ने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि गैंगस्टर लॉरेंस की गैंग के वह सदस्य हैं. गैंग का वर्चस्व कायम रखने के लिए वह अपराधिक कृत्य को अंजाम देते हैं. इसके लिए बड़े व्यवसायियों और प्रतिष्ठित व्यक्तियों को जान से मारने की धमकी देकर फिरौती भी वसूल करते हैं. सीओ शर्मा ने बताया कि अपराधियों के खिलाफ हरियाणा और राजस्थान के विभिन्न थानों में आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं.
यह मिली थी पेट्रोल पंप संचालक को धमकी
पेट्रोल पंप संचालक ने पुलिस को बताया कि बदमाशों ने इंटरनेट कॉल से फोन करके बातचीत की. बदमाशों ने फोन पर राधे-राधे बोलते हुए धमकी दी. बदमाशों ने कहा कि 'हमें रुपया नहीं चाहिए लेकिन हमने कहा था कि तुम्हें देख लेंगे तो अब देखना है. भूपेंद्र सिंह को आपने जेल करवा दी. ऐसे हमारे पास कई लोग हैं. अब हमारे बड़े भाई साहब तुमसे वीडियो कॉल पर ही पैसों के बारे में बात करेंगे'. हम तो जेल में सजा काट रहे हैं और काट लेंगे. बदमाशों ने पेट्रोल पंप संचालक नमन गर्ग के ताऊ को भी मिस कॉल किया था.
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मलेशिया में है मास्टर माइंड SK
क्रिश्चियन गंज थाना प्रभारी डॉ. रविश सामरिया ने बताया कि गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का एक साथी सुनील कुमार मलेशिया में रह रहा है. मूलतः वह गंगानगर जिले का निवासी है. लारेंस के जेल में जाने के बाद गैंग को वही ऑपरेट कर रहा है. अजमेर में पेट्रोल पंप संचालक की रेकी करने और उसे जान से मारने के लिए आरोपी कपिल देव और मनप्रीत को भी उसने ही अजमेर फरवरी माह से पहले भेजा था.
इस काम में भीलवाड़ा निवासी जगदीश और टाइगर नाम के दो व्यक्तियों ने दोनों शूटर की मदद की थी. उन्होंने बताया कि पंजाब, हरियाणा और पंजाब पुलिस के सामंजस्य दोनों आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं. बल्कि इस बड़ी साजिश का भी पर्दाफाश हुआ है. उन्होंने बताया कि गुरदासपुर जेल में नारकोटिक्स मामले में कैद भूपेंद्र सिंह खरवा का संपर्क सुनील कुमार उर्फ एसके से कैसे हुआ इस बारे में पड़ताल की जा रही है.