अजमेर. ख्वाजा गरीब नवाज के लिए किन्नरों की श्रद्धा उनके जोश को देखते ही बनती है. ख्वाजा गरीब नवाज के उर्स में शामिल होने के लिए किन्नर भी ख्वाजा के दर पर पहुंचे हैं. बुधवार को सभी किन्नर जियारत के लिए नाचते गाते ख्वाजा के दरबार पहुंचे और जियारत कर कोरोना के अंत की दुआ मांगी.
पढ़ें: अलवर पुलिस का मानवीय चेहरा: गुम हुई बच्ची को 2 घंटे में ढूंढ निकाला, परिवार को लौटाई खुशियां
इस दौरान किन्नर अपने साथ मखमली चादर और ढाई किलो वजन का चांदी का कलश लेकर आए. किन्नरों ने अपने समुदाय की तरफ से मखमली चादर और चांदी का कलश ख्वाजा साहब की दरगाह में पेश किया. किन्नरों ने बताया कि वो अपने पूरे ग्रुप के साथ दिल्ली से अजमेर आए हैं. जियारत कर कोरोना के अंत की दुआ मांगी है, जिससे एक बार फिर दुनिया में खुशहाली कायम हो सके.
पढ़ें: जयपुर: सैनी समाज की ओर से हुए सामूहिक विवाह सम्मेलन मे 12 जोड़े बने हमसफर
हर साल की तरह ढोल-ताशों के साथ पेश की गई चादर
ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के दरगाह में किन्नर समुदाय की ओर से ढोल-ताशों के साथ चांदी के कलश, चादर और अकीदत के फूल पेश किया गया. साथ ही देश में अमन शांति की दुआ मांगी गई. बता दें कि किन्नर समुदाय की ओर से हर साल ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह पर चादर पेश की जाती है. उर्स के दौरान काफी बड़ी संख्या में किन्नर अजमेर शरीफ में पहुंचते हैं.