अजमेर. एसीबी की इंटेलिजेंस यूनिट ने हिंदुस्तान पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड में भ्रष्टाचार की शिकायतों पर रविवार को कार्रवाई की. कार्रवाई के दौरान एचपीसीएल के डिप्टी जनरल मैनेजर राजेश कुमार सिंह और उसके दलाल किशन विजय को दो लाख रुपए की रिश्वत के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार किया. इस मामले में एक संदिग्ध अधिकारी के अजमेर स्थित आवास को भी सील किया गया है.
यह है पूरा मामला
एचपीसीएल नामक पब्लिक सेक्टर में भ्रष्टाचार की शिकायतें मिलने पर एसीबी महानिदेशक बीएल सोनी और अतिरिक्त महानिदेशक दिनेश एमएन के निर्देश पर कंपनी के संदिग्ध अधिकारियों के खिलाफ निरंतर निगरानी की जा रही थी. इसी क्रम में अजमेर एसीबी की इंटेलिजेंस यूनिट के डीएसपी पारसमल ने कोटा में पोस्टेड एचपीसीएल के डिप्टी जनरल मैनेजर राजेश कुमार सिंह और उसके दलाल किशन विजय को दो लाख रुपए की रिश्वत के साथ जयपुर से गिरफ्तार किया है.
इस रकम में से एक लाख रुपए की राशि आरोपी डिप्टी जनरल मैनेजर राजेश कुमार सिंह ने निवाई स्थित दीक्षा पेट्रोल पंप के मालिक प्रदीप वर्मा से उसके पेट्रोल पंप के खिलाफ कार्रवाई न करने के एवज में वसूली थी. आरोपी राजेश कुमार सिंह अन्य पेट्रोल पंप मालिकों से भी पेट्रोल पंप के लाइसेंस एनओसी सर्टिफिकेट आदि के मामलों में रिश्वत लिया करता था. जिसके पुख्ता सुबूत एसीबी के हाथ लगे हैं. फिलहाल ऐसी भी इस मामले में कुछ और संदिग्ध लोगों से भी पूछताछ कर रही है.
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इस मामले की छानबीन के लिए जयपुर, कोटा, सवाई माधोपुर, खंडार, अलीगढ़ और टोंक निवाई क्षेत्रों में लगातार कार्रवाई की जा रही है. इसी संबंध में एसीबी ने अजमेर के एक संदिग्ध अधिकारी, पूर्व एरिया मैनेजर अजय सिंह के आवास पर भी दबिश देते हुए सील की कार्रवाई को अंजाम दिया. एसीबी की टीम ने बताया कि इस मामले में अजय सिंह की लिप्तता भी उजागर हुई है. फिलहाल एसीबी की टीम इस मामले में जोर शोर से कार्रवाई करने में लगी हुई है.