अजमेर. आजादी के 75वें अमृत महोत्सव के अंतर्गत गुजरात के आंणद का एक युवा 1100 किलोमीटर की यात्रा स्केटिंग से कर रहा है. 1 अगस्त को वडोदरा से स्केटिंग करते हुए वह बुधवार को अजमेर होते हुए जयपुर के लिए रवाना हुआ. युवा का उद्देश्य दिल्ली में शहीद स्मारक जाकर भारतीय सेना के शहीदों को श्रद्धांजली देना (Youth travels on skates to tribute martyrs) है.
देश आजादी का 75वां महोत्सव मना रहा है. देशभर में अमृत महोत्सव के अंतर्गत कई कार्यक्रम हो रहे हैं. इसके तहत ही गुजरात के आनंद जिले में रहने वाले 21 वर्षीय अगस्त्य घनश्याम भाई वाणद वडोदरा से 1 अगस्त को दिल्ली के लिए रवाना हुए हैं. खास बात यह है कि 1100 किलोमीटर कि यह लंबी यात्रा वह स्केटिंग से कर रहे हैं. अगस्त्य वडोदरा के पारुल यूनिवर्सिटी में बीबीए अंतिम वर्ष का छात्र है. उनकी इस यात्रा में उनके बड़े भाई मार्कण्डेय सहित पांच अन्य लोग भी शामिल हैं, जो उन्हें मार्ग में सहयोग कर रहे हैं. स्केटिंग केवल अगस्त्य कर रहे हैं. मार्कण्डेय बताते हैं कि अगस्त्य भारतीय सेना में जाना चाहते थे, लेकिन कद छोटा होने की वजह से उनका यह सपना अधूरा रह गया. लेकिन भारतीय सेना के प्रति उनके मन में काफी सम्मान है.
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शहीदों के घर जाकर श्रद्धांजलि देते हैं अगस्त्य: मार्कण्डेय ने बताया कि अगस्त्य गुजरात में शहीद होने वाले सेना के जवानों के घर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं. इसके लिए वह 100 से 150 किलोमीटर तक स्केटिंग करते हुए शहीद के घर जाते हैं. उन्होंने बताया कि अगस्त्य के मन में इच्छा थी कि वह दिल्ली में भारतीय सेना के सभी शहीदों के लिए बने शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करे. उन्होंने बताया कि देश आजादी का 75वां महोत्सव मना रहा है. इसके तहत अगस्त्य ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि देने का मानस बनाया और 1 अगस्त को वह वडोदरा से स्केटिंग करते हुए दिल्ली के लिए निकल पड़ा.
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एक दिन मे 80 से 100 किलोमीटर का करते है सफर: मार्कण्डेय ने बताया कि अगस्त्य 1 दिन में 80 से 100 किलोमीटर स्केटिंग का सफर तय करता है. मंगलवार को अजमेर में आदर्श नगर स्थित मनुहार गार्डन में उनका रात्रि विश्राम था. अलसुबह वह जयपुर के लिए रवाना हो गया. मार्कण्डेय ने बताया कि स्केटिंग में अगस्त्य का नाम गुजरात बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी दर्ज है. उन्होंने बताया कि गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड के लिए अगस्त्य ने आवेदन नहीं किया है. हालांकि 15 अगस्त को दिल्ली में हर घर तिरंगा अभियान के तहत होने वाले मुख्य कार्यक्रम के लिए उसने आवेदन किया है.
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पीएम से मिलने की जताई इच्छा : अगस्त्य बताते हैं कि 1100 किलोमीटर स्केटिंग पर यात्रा करते हुए वह युवाओं को नशा मुक्ति का संदेश देते हुए हेल्थ पर विशेष जोर देने का भी आग्रह करते हैं. यात्रा के लिए उन्होंने एक स्लोगन भी लिखा है 'लिमिटलेस यूथ लिमिटलेस इंडिया'. मार्कण्डेय बताते हैं कि उनकी इस यात्रा का खर्च अगस्त्य की यूनिवर्सिटी उठा रही है. उन्होंने बताया कि पाली जिले के सुमेरपुर में अगस्त्य के पैरों में छाले हो गए थे.वहां के सरकारी अस्पताल में उसका इलाज करवाया था. छालों में कुछ आराम आने पर अगस्त्य अपनी यात्रा जारी रखे हुए है. इंडिया गेट पर स्थित शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के अलावा अगस्त की इच्छा है कि वह पीएम नरेंद्र मोदी से मिले.