अजमेर. भगवान परशुराम जयंती समारोह समिति की ओर से जवाहर रंगमंच पर सोमवार को सम्मान समारोह (Parshuram Jayanti in Ajmer) हुआ. इस कार्यक्रम में पूर्व चिकित्सा मंत्री और गुजरात कांग्रेस प्रभारी डॉ रघु शर्मा ने कहा कि कोविड महामारी के दौरान विचारधारा को साइड में रखने हमने पीएम नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में कोरोना से लड़ाई (Raghu Sharma remembers corona time) लड़ी.
शर्मा ने कहा कि शास्त्रों की रक्षा के लिए शास्त्र का उपयोग समाज करता रहे. उन्होंने कहा कि शास्त्र सुरक्षित रहेगा, तो संस्कृति सुरक्षित रहेगी. व्यक्ति की विचारधारा कुछ भी हो सकती है, लेकिन हमें हिंदू होने पर गर्व होना चाहिए. सच्चा हिंदू वह होता है जो अपने धर्म का सम्मान करें. लेकिन हम दूसरे धर्मों का भी आदर करें. शर्मा ने कहा कि राजस्थान का चिकित्सा मंत्री का दायित्व मुझे मिला था. तब कोविड महामारी से पार पाने की चुनौती थी. महामारी होती है, तब विचारधारा को भी साइड में रखना पड़ता है. पीएम के नेतृत्व में हमने देश में महामारी की लड़ाई लड़ी. उन्होंने कहा कि समाज की एकता को सर्वोपरी रखकर चलना चाहिए. हमारी कमजोरी है कि समाज विभिन्न घटकों में बंटा हुआ है. इसलिए हमें किसी दुश्मन की जरूरत नहीं है.
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ब्रह्मत्व तब मिलेगा जब समाज को देने के लिए तत्पर रहे: समारोह के विशिष्ठ अतिथि बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने अपने संबोधन में कहा कि ब्राह्मण, ब्रह्मत्व को तब ही प्राप्त कर सकता है जब वह उसके पास जो कुछ भी है, वह सम्पूर्ण समाज को अर्पित करने के लिए तैयार रहे. यदि किसी के पास शिक्षा है, तो वह इस बात को तय करे कि वह अधिक से अधिक लोगों को शिक्षित करेगा और यदि किसी के पास धन है तो वह किसी की गरीबी को दूर करने के लिए उपयोग करे. समाज में यदि कोई अशिक्षित रहता है, तो यह चुनौती पूरे समाज के लिए है. समाज की बेटी दहेज की वजह से विवाह से वंचित रहती है, तो यह समाज के लिए चुनौती है. पहले ब्राह्मण समाज इन चुनौतियों को पार करे ताकि अन्य समाज में भी यह संदेश जाए.
विप्र को विप्रत्व बनाए रखना जरूरी: निम्बार्क पीठ के महंत श्यामचार्य ने कहा कि विप्र को विप्रत्व को बनाए रखने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि शास्त्र का ज्ञान होना और संस्कृति को अपने जीवन का हिस्सा बनाना जरूरी है तब ही विप्रत्व बना रह सकता है. हमें सभी धर्मों का आदर करना चाहिए, लेकिन कोई हमारी संस्कृति पर आघात करे, तो उसे बर्दाश्त भी नहीं किया जा सकेगा. समारोह में प्रशासन, पुलिस, शिक्षा, वकील, कलाकार, पत्रकार, पार्षद, भामाशाह, व्यापार वर्ग सहित विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले लोगों को श्रीजी, डॉ शर्मा और चतुर्वेदी ने सम्मानित किया.