बाड़मेर: गेमाराराम पिछले साल 5 नवंबर को बॉर्डर पार कर पाकिस्तान पहुंच गया था. तभी से वो सीमा पार जेल में कैद है. कहां है, किस हाल में है इसे लेकर कुछ भी स्पष्ट नहीं पता चल सका. वहीं अब कांग्रेस के बड़े नेता और पूर्व सांसद मानवेन्द्र सिंह ने एक खुलासा किया है. खुलासे से एक तस्वीर उभरती है जो सिंह के अनुसार कारण है गेमराराम की कैद में बने रहने का. उन्होंने कहा है कि पीड़ित कराची जेल में है और कोर्ट की तय सजा काट रहा है.
पूर्व सांसद मानवेंद्र सिंह एक कार्यक्रम में थे. इस दौरान मीडिया के एक सवाल पर उन्होंने कहा- पिछले लंबे समय से लगातार मैं गेमराराम की रिहाई को लेकर पाकिस्तान कि विदेश मंत्रालय के संपर्क में हूं. पहले यह बताया गया था कि गेमराराम किसी और जेल में सजा काट रहा है, लेकिन अब कागजात मुझे मिल गए हैं. जिसके बाद मैं दोनों सरकारों से लगातार बातचीत कर रहा हूं. मुझे उम्मीद है कि, जनवरी में होने वाली बैठक में गेमराराम रिहाई का रास्ता साफ हो जाएगा.
मानवेन्द्र सिंह गेमराराम के नाम पर कोई पहली बार बयान नहीं दे रहे हैं बल्कि इससे पहले भी वो वतन वापसी की उम्मीद बंधाते रहे हैं.
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गेमराराम की रिहाई को लेकर बार-बार आवाजें उठती रही हैं. इस मामले में केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी से लेकर हनुमान बेनीवाल सहित अन्य मंत्री भी लगातार रिहाई की मांग करते रहे हैं. लेकिन पाकिस्तान किसी भी तरीके से रिहाई को लेकर अपने पत्ते नहीं खोल रहा है. पिछले लंबे समय से गेमराराम के बूढ़े मां बाप लागतार प्रशासन से लेकर नेताओं से अपने बेटे की रिहाई की मांग कर रहे हैं. हाल ही में उसने एक खत भी भेजा था जिसमें अपनी मजबूरी बयां की थी.
परिवार वाले कई बार लगा चुके हैं गुहार
गेमराराम (Gameraram Imprisoned) को लेकर परिवार के लोग कई बार प्रशासन से लेकर नेताओं और मंत्रियों (Ministers) से मुलाकात कर चुके हैं. अपने बेटे की रिहाई के लिए लगातार परिवार चक्कर लगाता रहा है.
पाकिस्तान बना रिहाई में रोड़ा
प्रशासन से कई बार गुहार लगाने के बाद भी बात नहीं बन रही है. प्रशासनिक अमला कहता है कि इसमें सबसे बड़ा रोड़ा खुद पड़ोसी मुल्क है. पाकिस्तान गेमराराम को रिहा करने के लिए तैयार नहीं है जिसके चलते रिहाई अटकी हुई है.