केकड़ी (अजमेर). नागौर से भाजपा के पूर्व सांसद, पूर्व केन्द्रीय राज्य मंत्री और आरपीएससी के पूर्व अध्यक्ष सीआर चौधरी ने आरएएस परिणाम मामले में पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा का बचाव किया है.
चौधरी ने कहा कि आरपीएससी पूरी निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ परीक्षा कराता है. अभ्यर्थी की परफोरमेंस के आधार पर उन्हें अंक दिए जाते हैं. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा इस मामले में बिलकुल गलत नहीं हैं. चौधरी ने भाजपा के प्रदर्शन पर कहा कि बिना जानकारी किए किसी पर आरोप लगाना गलत है.
पूर्व केन्द्रीय राज्यमंत्री सीआर चौधरी ने निजी प्रवास के दौरान केकड़ी में पत्रकार वार्ता में कहा कि साक्षात्कार और लिखित परीक्षा अलग-अलग चीज है. अभ्यर्थियों की रिटन और इंटरव्यू की क्षमता अलग-अलग होती है. इन सब बातों को ध्यान में रखकर ही कमीशन अभ्यर्थी को अंक देता है. आरएएस इन्टरव्यू में कमीशन के मेम्बर ही नहीं, बल्कि विशेषज्ञ आईएएस भी होते हैं.
उन्होने कहा कि मेरी नजर में अभ्यर्थी की परफोर्मेंस को देखकर ही नम्बर दिए जाते हैं. वहीं उन्होंने इन्टरव्यू होने या न होने के सवाल के जवाब में कहा कि इन्टरव्यू होने चाहिएं. क्योंकि आरएएस में लिखित परीक्षा के 87.50 प्रतिशत और इन्टरव्यू के 12.50 प्रतिशत अंक जुड़ते हैं. इन्टरव्यू लेते समय अभ्यर्थी के लिखित परीक्षा में कितने अंक हैं, इसकी जानकारी सामने वाले परीक्षक को नहीं होती है.
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परफोर्मेंस के आधार पर ही अभ्यर्थी को इन्टरव्यू में अंक दिए जाते हैं. पीसीसी चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा का इससे का कोई लेना-देना नहीं है. भाजपा की ओर से किए जा रहे प्रदर्शन के सवाल के जवाब में कहा कि बिना जानकारी आरोप लगाना सही नहीं है. उन्होने कहा कि मामले में जांच होनी चाहिए.
इस दौरान भूमि विकास बैंक अजमेर चेयरमेन चेतन चौधरी, भाजपा नेता राजेन्द्र विनायका, केकडी प्रधान होनहार सिंह राठौड़, शहर मण्डल अध्यक्ष अनिल राठी, नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र चौधरी, पूर्व नागौर जिला महामंत्री नवरत्न मल सिंघवी सहित अन्य भाजपा पदाधिकारी मौजूद थे.