ETV Bharat / city

अजमेर में कोरोना सर्वे को लेकर शिक्षा अधिकारी पर पक्षपात का आरोप, शिक्षकों ने की क्रमवार ड्यूटी लगाने की मांग

अजमेर में कोरोना वायरस को लेकर सर्वे में लगे शिक्षकों में रोष व्याप्त है. शिक्षकों का आरोप है कि सर्वे पर लगे शिक्षकों को सर्वे के बाद होम आइसोलेट व्यक्ति की देखभाल में लगा दिया गया . जबकि होम आइसोलेट व्यक्ति की देखभाल के लिए शिक्षकों की क्रमवार ड्यूटी लगना चाहिए.

अजमेर की खबर , corona vius
शिक्षकों ने क्रमवार डयूटी लगाने की मांग
author img

By

Published : Mar 30, 2020, 2:44 PM IST

अजमेर. 21 मार्च से शिक्षकों को जिले में कोरोना वायरस को लेकर सर्वे पर लगाया गया है. शिक्षक सर्वे भी कर रहे है और होम आइसोलेट पर रखे मरीजों की देखभाल भी कर रहे है.

शिक्षकों ने क्रमवार ड्यूटी लगाने की मांग

ऐसे में शिक्षकों का आरोप है कि सर्वे पर लगाए दाने के लिए बाद उनकी अपनी सुरक्षा पर प्रशासन का ध्यान नहीं है. उन्हें ने तो सेनिटाइजर और न ही मास्क दिए गए हैं. जिसके बाद शिक्षकों के हल्ला करने पर सोमवार को मास्क और सेनीटाइजर वितरित किए गए.

बता दें कि राजस्थान शिक्षक संघ के बैनर तले संगठन के पदाधिकारियों ने जिला कलेक्टर विमान शर्मा को ज्ञापन सौंपकर मांग की. जिसमें कहा कि जैन शिक्षकों को सर्वे के काम में लगाया गया है. उन्हें तत्काल होम आइसोलेट मरीज की देखभाल की ड्यूटी पर न लगाया जाए. शिक्षकों का आरोप है कि जिला शिक्षा अधिकारी देवी सिंह कच्छावा अपने चहेतों शिक्षकों को ड्यूटी से दूर रख रहे हैं.

जबकि जो शिक्षक सर्वे का काम लगातार कर रहे हैं उन्हें आइसोलेटेड मरीजों की देखभाल के लिए लगाया गया है. जबकि ड्यूटी के लिए जिला शिक्षा अधिकारी को क्रमवार व्यवस्था करनी चाहिए थी. जिससे एक शिक्षक पर कार्य का भार ना पड़े. जिसे देखते हुए शिक्षकों ने जिला कलेक्टर से क्रमवार ड्यूटी लगाए जाने की व्यवस्था करने की मांग की है.

पढ़ें: CORONA EFFECT: सूना पड़ा अजमेर-उदयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग

बता दें कि भीलवाड़ा जिले में पहला कोरोना वायरस का पॉजिटिव मरीज सामने आने के बाद से ही अजमेर जिले में सर्वे किया जा रहा है. इस सर्वे के आधार पर ही संदिग्ध लोगों की स्क्रीनिंग और जांच हो रही है.

अजमेर. 21 मार्च से शिक्षकों को जिले में कोरोना वायरस को लेकर सर्वे पर लगाया गया है. शिक्षक सर्वे भी कर रहे है और होम आइसोलेट पर रखे मरीजों की देखभाल भी कर रहे है.

शिक्षकों ने क्रमवार ड्यूटी लगाने की मांग

ऐसे में शिक्षकों का आरोप है कि सर्वे पर लगाए दाने के लिए बाद उनकी अपनी सुरक्षा पर प्रशासन का ध्यान नहीं है. उन्हें ने तो सेनिटाइजर और न ही मास्क दिए गए हैं. जिसके बाद शिक्षकों के हल्ला करने पर सोमवार को मास्क और सेनीटाइजर वितरित किए गए.

बता दें कि राजस्थान शिक्षक संघ के बैनर तले संगठन के पदाधिकारियों ने जिला कलेक्टर विमान शर्मा को ज्ञापन सौंपकर मांग की. जिसमें कहा कि जैन शिक्षकों को सर्वे के काम में लगाया गया है. उन्हें तत्काल होम आइसोलेट मरीज की देखभाल की ड्यूटी पर न लगाया जाए. शिक्षकों का आरोप है कि जिला शिक्षा अधिकारी देवी सिंह कच्छावा अपने चहेतों शिक्षकों को ड्यूटी से दूर रख रहे हैं.

जबकि जो शिक्षक सर्वे का काम लगातार कर रहे हैं उन्हें आइसोलेटेड मरीजों की देखभाल के लिए लगाया गया है. जबकि ड्यूटी के लिए जिला शिक्षा अधिकारी को क्रमवार व्यवस्था करनी चाहिए थी. जिससे एक शिक्षक पर कार्य का भार ना पड़े. जिसे देखते हुए शिक्षकों ने जिला कलेक्टर से क्रमवार ड्यूटी लगाए जाने की व्यवस्था करने की मांग की है.

पढ़ें: CORONA EFFECT: सूना पड़ा अजमेर-उदयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग

बता दें कि भीलवाड़ा जिले में पहला कोरोना वायरस का पॉजिटिव मरीज सामने आने के बाद से ही अजमेर जिले में सर्वे किया जा रहा है. इस सर्वे के आधार पर ही संदिग्ध लोगों की स्क्रीनिंग और जांच हो रही है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.