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डीजीपी एमएल लाठर ने अजमेर रेंज के पुलिस अधिकारियों की ली बैठक, कहा- पुलिस के सामने साइबर क्राइम चुनौती

राजस्थान के डीजीपी एमएल लाठर ने शनिवार को अजमेर रेंज के पुलिस अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को पेंडेंसी के जल्द निस्तारण के निर्देश दिए.

Police officers meeting in Ajmer,  Ajmer News
राजस्थान के पुलिस महानिरीक्षक एमएल लाठर
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Published : Feb 27, 2021, 10:56 PM IST

अजमेर. राजस्थान के डीजीपी एमएल लाठर ने शनिवार को अजमेर रेंज के पुलिस अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली. लाठर ने अधिकारियों को पेंडेंसी के जल्द निस्तारण के निर्देश दिए हैं. बातचीत में डीजीपी लाठर ने साइबर क्राइम, बजरी खनन जैसे मुद्दों पर पुलिस का पक्ष रखा.

डीजीपी एमएल लाठर ने अजमेर रेंज के पुलिस अधिकारियों की ली बैठक

पढ़ें- Rajasthan Corona Update: 102 नए मामले आए सामने, कुल आंकड़ा पहुंचा 3,20,180

डीजीपी एम एल लाठर ने कहा कि बजरी खनन एक बड़ी समस्या है. निर्माण कार्य बराबर रफ्तार से चल रहे हैं. उन्होंने कहा कि नदियों से रेत निकलना बंद है, लेकिन खातेदारी जमीन ऊपर से रेत निकाली जा रही है. लाठर ने कहा कि अवैध बजरी की रोकथाम की बराबर जिम्मेदारी है. पुलिस का अपना क्षेत्र है और उसमें व्यस्त होने से कई बार बजरी के मामलों में व्यस्तता की वजह से कई मामले इग्नोर हो जाते हैं.

वन विभाग और माइनिंग विभाग की अवैध बजरी खनन की रोकथाम की जिम्मेदारी है. अवैध बजरी खनन विभाग परिवहन के मामलों में विभाग की छवि धूमिल हो रही है. इसको देखते हुए प्रयास किए जा रहे हैं कि क्षमता के बल के साथ इसको रोका जा सके.

पढ़ें- सुरंग खोदकर चांदी चुराने का मामला: प्लॉट में बने कमरे से खोदी गई सुरंग का सिरा ढूंढने में जुटी पुलिस और FSL टीम

साइबर क्राइम के बढ़ते मामलों के सवाल पर लाठर ने कहा कि साइबर क्राइम उभरती हुई चुनौती है. साइबर क्राइम की रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयास नाकाफी हैं. उन्होंने बताया कि लोकल टैलेंट यूनिवर्सिटी एवं इंजीनियरिंग कॉलेज से कैसे मदद लें, सरकार के स्तर पर विशेषज्ञों को कैसे हायर करें इन सबको लेकर मंथन किया जा रहा है ताकि साइबर क्राइम के मामलों को बेहतर तरीके से अनुसंधान किया जा सके.

लाठर ने बताया कि साइबर फॉरेंसिक ट्रेनिंग सेंटर में ग्रुप्स में ट्रेनिंग देना प्रारंभ किया गया है. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि साइबर क्राइम से जुड़े मामलों को धोखाधड़ी की धाराओं में ही नहीं बल्कि आईटी की धाराओं में भी दर्ज किया जाता है. निर्धारित रकम से ज्यादा की धोखाधड़ी होने पर सेंट्रल साइबर थाने में प्रकरण दर्ज होता है.

पढ़ें- जस्टिस पीके लोहरा बने राजस्थान के नए लोकायुक्त

डीजीपी एम एल लाठर ने अजमेर रेंज के पुलिस अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली. बैठक के बारे में बताते हुए लाठर ने कहा कि पेंडेंसी के निस्तारण को लेकर विशेष निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि बैठक का मुख्य बिंदु यही था कि प्रकरणों का कितना जल्दी निस्तारण पुलिस करें.

लाठर ने बताया कि कोरोना काल में पेंडेंसी बढ़ी है और इसका कारण जांच अधिकारी पुराने गाइडलाइन की पालना में लगे हुए थे. इस कारण प्रकरणों के निस्तारण में रुकावटें आई थी. उन्होंने आमजन से भी अपील की है कि कोविड-19 की पालना सभी को करते रहना चाहिए.

अजमेर. राजस्थान के डीजीपी एमएल लाठर ने शनिवार को अजमेर रेंज के पुलिस अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली. लाठर ने अधिकारियों को पेंडेंसी के जल्द निस्तारण के निर्देश दिए हैं. बातचीत में डीजीपी लाठर ने साइबर क्राइम, बजरी खनन जैसे मुद्दों पर पुलिस का पक्ष रखा.

डीजीपी एमएल लाठर ने अजमेर रेंज के पुलिस अधिकारियों की ली बैठक

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डीजीपी एम एल लाठर ने कहा कि बजरी खनन एक बड़ी समस्या है. निर्माण कार्य बराबर रफ्तार से चल रहे हैं. उन्होंने कहा कि नदियों से रेत निकलना बंद है, लेकिन खातेदारी जमीन ऊपर से रेत निकाली जा रही है. लाठर ने कहा कि अवैध बजरी की रोकथाम की बराबर जिम्मेदारी है. पुलिस का अपना क्षेत्र है और उसमें व्यस्त होने से कई बार बजरी के मामलों में व्यस्तता की वजह से कई मामले इग्नोर हो जाते हैं.

वन विभाग और माइनिंग विभाग की अवैध बजरी खनन की रोकथाम की जिम्मेदारी है. अवैध बजरी खनन विभाग परिवहन के मामलों में विभाग की छवि धूमिल हो रही है. इसको देखते हुए प्रयास किए जा रहे हैं कि क्षमता के बल के साथ इसको रोका जा सके.

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साइबर क्राइम के बढ़ते मामलों के सवाल पर लाठर ने कहा कि साइबर क्राइम उभरती हुई चुनौती है. साइबर क्राइम की रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयास नाकाफी हैं. उन्होंने बताया कि लोकल टैलेंट यूनिवर्सिटी एवं इंजीनियरिंग कॉलेज से कैसे मदद लें, सरकार के स्तर पर विशेषज्ञों को कैसे हायर करें इन सबको लेकर मंथन किया जा रहा है ताकि साइबर क्राइम के मामलों को बेहतर तरीके से अनुसंधान किया जा सके.

लाठर ने बताया कि साइबर फॉरेंसिक ट्रेनिंग सेंटर में ग्रुप्स में ट्रेनिंग देना प्रारंभ किया गया है. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि साइबर क्राइम से जुड़े मामलों को धोखाधड़ी की धाराओं में ही नहीं बल्कि आईटी की धाराओं में भी दर्ज किया जाता है. निर्धारित रकम से ज्यादा की धोखाधड़ी होने पर सेंट्रल साइबर थाने में प्रकरण दर्ज होता है.

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डीजीपी एम एल लाठर ने अजमेर रेंज के पुलिस अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली. बैठक के बारे में बताते हुए लाठर ने कहा कि पेंडेंसी के निस्तारण को लेकर विशेष निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि बैठक का मुख्य बिंदु यही था कि प्रकरणों का कितना जल्दी निस्तारण पुलिस करें.

लाठर ने बताया कि कोरोना काल में पेंडेंसी बढ़ी है और इसका कारण जांच अधिकारी पुराने गाइडलाइन की पालना में लगे हुए थे. इस कारण प्रकरणों के निस्तारण में रुकावटें आई थी. उन्होंने आमजन से भी अपील की है कि कोविड-19 की पालना सभी को करते रहना चाहिए.

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