अजमेर. राजस्थान एकीकृत बेरोजगार महासंघ की ओर से सोमवार को जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित को मुख्यमंत्री को नामित ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में रीट (REET) शिक्षक भर्ती की वैधता अवधि को आगे नहीं बढ़ाने की मांग की गई है. यदि सरकार उनकी यह मांग नहीं मानती है तो महासंघ की ओर से प्रदेश व्यापी उग्र आंदोलन किया जाएगा.
महासंघ के राजेंद्र सिंह चौधरी ने बताया कि एनसीईआरटी (NCERT) की ओर से पहले टेट (TET) की परीक्षा ली जाती थी जिसकी वैधता 7 साल निर्धारित की गई थी. एनसीईआरटी ने राज्य सरकार को ये शक्तियां दी थी कि वह अपने हिसाब से इस समय अवधि हो कम या ज्यादा कर सकती हैं. राजस्थान सरकार ने अपनी शक्तियों का प्रयोग करते हुए इस परीक्षा की वैधता अवधि की समय-सीमा 3 साल निर्धारित कर दी.
अब इस परीक्षा का नाम बदलकर REET किया जा चुका है. सरकार अपनी शक्तियों का प्रयोग करते हुए इस परीक्षा की वैधता सीमा को 3 साल से बढ़ाकर 7 साल करने पर विचार कर रही है. महासंघ राज्य सरकार के इस फैसले का विरोध करती है. महासंघ का कहना है राज्य सरकार को 17 लाख बेरोजगार युवाओं के भविष्य को ध्यान में रखते हुए इस परीक्षा की वैधता अवधि को 3 साल ही रखना चाहिए जिससे बेरोजगार युवाओं के हितों पर कुठाराघात न हो.
यदि सरकार उनकी यह मांग नहीं मानती है तो महासंघ की ओर से प्रदेशव्यापी उग्र आंदोलन किया जाएगा. महासंघ ने अपनी मांग को लेकर राजस्थान के सभी 33 जिलों के कलेक्टरों को ज्ञापन सौंपने के साथ ही माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष और सचिव को भी ज्ञापन सौंपा है.