अजमेर. संभाग के सबसे बड़े जवाहर लाल नेहरू अस्पताल में बारिश के चलते दो स्थानों पर छत का मलबा गिर गया. एक स्थान वो है जो कुछ समय पहले ही करोड़ों रुपए की लागत से बनकर तैयार हुआ है. वहीं, दूसरे स्थान पर एक चिकित्साकर्मी मलबा गिरने से चोटिल हुआ. गनीमत रही कि कोई जनहानि नहीं हुई.
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संभाग के सबसे बड़े जवाहरलाल नेहरू अस्पताल की आपातकालीन यूनिट कुछ समय पहले ही करोड़ों रुपए की लागत से बनकर तैयार हुई है पहली ही बारिश में इस यूनिट की छत का भारी भरकम मलबा और फॉल सीलिंग भरभराकर अचानक गिर गई. जिससे वहां मौजूद स्टाफ और मरीजों में दहशत व्याप्त हो गई.
प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो अचानक मलबा गिर गया गनीमत रही कि उस दौरान वहां ना तो कोई कर्मचारी था और ना ही कोई मरीज नहीं तो उसकी जान भी जा सकती थी. इस यूनिट में वर्तमान में कोरोना के मरीजों को इलाज दिया जा रहा है. वहीं, जेएलएन अस्पताल के कार्डियोलॉजी विभाग में भी मलबा गिर गया जिससे अस्पताल कर्मी योगेश सामरिया चोटिल हो गया.
सामरिया ने बताया कि वह कंप्यूटर पर काम कर रहा था. अचानक मलबा गिर गया. जिससे उसके पांव में चोट आई वहीं कंप्यूटर भी क्षतिग्रस्त हो गया. दोनों स्थानों पर गिरे मलबे ने एकबारगी फिर अस्पताल प्रबंधन पर सवाल खड़े किए हैं. आपातकालीन यूनिट जो कुछ समय पहले ही तैयार हुई है ऐसे में उसमें मलबा गिरना भ्रष्टाचार की ओर भी इशारा कर रही है. फिलहाल तो इनकी रिपेयरिंग करवा दी गई है लेकिन देखना यह होगा कि क्या प्रशासन इसकी जांच करवाकर बिल्डिंग निर्माण में भ्रष्टाचार करने वालों पर कोई कार्रवाई करवाती है या नहीं.