अजमेर. जिले में चल रहे उर्स मेले के मौके पर में महान सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह की हर इमारत को जगमगाती रौशनी से सजाया गया है. दरगाह में रात को जगमगाती रौशनी का मंजर अकीदतमंदों को किसी जन्नत से कम नही लग रहा है. वहीं हर शख्स यहां अकीदत में डूबा हुआ नजर आ रहा है.
दरगाह में रात के समय कव्वालियां और दरगाह दीवान की सदारत में महफ़िलें होती हैं. देर रात तक अकीदतमंद दरगाह में ईबादत के लिए रुक कर रूहानी फैज पा रहे हैं. दरगाह में रात का मंजर अकीदतमंदों को ना केवल दिली सुकून दे रहा है बल्कि, उन्हें अपनी तरफ आकर्षित भी कर रहा है. अकीदतमंदों को यकीन है कि ख्वाजा के नूर से उनकी मुरादे पूरी होंगी. यही वजह है कि रात के समय भी इस खूबसूरत मंजर में अपनी अकीदत का नजराना पेश करने में लगे हुए हैं.
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दरगाह के खादिम सैयद ईमरान चिश्ती ने बताया कि, दरगाह में जगमगाती रौशनी आंखों को सुकून देती है और ख्वाजा साहब का नूर से फेज पाकर जिंदगी संवर जाती है. उन्होंने कहा कि इरादे रोज बनते हैं और टूट जाते हैं, अजमेर वही आते है जिन्हें ख्वाजा बुलाते है. उर्स के मौके पर दरगाह में आने वाले जायरीन को रूहानी फ़ैज़ हासिल होना ये ख्वाजा गरीब नवाज का करम है.
बता दें कि, दरगाह में बुलंद दरवाजे, गुबंद शरीफ, शाहजानी मजीद, महफ़िल खाना, लंगर खाना, संदली मज्जिद, अकबरी मज्जिद, निज़ाम गेट सहित छोटी बड़ी कई इमारतें मौजूद हैं.