अजमेर. ख्वाजा गरीब नवाज के 808वें सालाना उर्स की पांचवी रात को दरगाह में अकीदतमंदों का सैलाब उमड़ पड़ा. दरगाह में हर तरफ आशिकाने गरीब नवाज नूरानी फैज लूटते नजर आए. अस्ताने शरीफ में खिदमत के बाद अकीदतमंदों ने महाना छठी की शब लगने पर दरगाह को केवड़े और गुलाब जल से धोया.
बता दें कि, सोमवार को महाना छठी है और ख्वाजा गरीब नवाज के उर्स में महाना छठी का बड़ा महत्व है. लेकिन मान्यता के अनुसार रविवार को 5 रजब की तारीख से शब लगने पर देश के कोने कोने से आए अकीदतमंदों ने अस्ताने शरीफ में खिदमत के बाद दरगाह को केवड़े और गुलाब जल से धोया. इस रस्म को कुल के छींटे कहा जाता है. हजारों की संख्या में जायरीन ने दरगाह को केवड़े और गुलाब जल से धोने की देर रात होड़ मची रही.
सोमवार को सुबह महाना छठी पर अस्ताने शरीफ में कुल की रस्म अदा की जाएगी. इसके बाद ही उर्स संपन्न होगा और दरगाह में उर्स के दौरान आम जायरीन के लिए खोला गया जन्नती दरवाजा भी बंद कर दिया जाएगा.
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कोलकाता से आए एक जायरीन शक्ति शाह ने बताया, कि वो हर साल उर्स के मौके पर यहां आता है और यहां से गुसल का पानी आने साथ ले जाता है. नासिक से आए जायरीन आसिफ शेख ने बताया कि ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में आने के लिए वो कई बार कार्यक्रम बना चुका है. कल तक भी उसे नहीं पता था कि वो दरगाह शरीफ आएगा, लेकिन ख्वाजा गरीब नवाज का बुलावा आया तो वो तिनके की तरह उड़ता हुआ यहां पहुंच गया.
वहीं, नासिक से आए एक और जायरीन मोहम्मद नफीस ने बताया कि वो दरगाह आने के लिए कई बार कार्यक्रम बना चुका है लेकिन इस बार ख्वाजा गरीब नवाज का बुलावा आ ही गया. दरगाह आकर वो अपने आप को बहुत खुशनसीब समझ रहा है, क्योकि ऐसा माना जाता है कि ख्वाजा के दर पर बिना उनकी रजा के कोई नहीं आ सकता.