अजमेर. विश्व प्रसिद्ध सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में रविवार को महाना छटी पर जबरदस्त भीड़ देखने को मिली. लॉकडाउन के बाद पहली बार छुट्टी में इतनी बड़ी संख्या में जायरीन आए, जिससे कोरोना गाइडलाइंस भी धरी की धरी रह गई. सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं हुई. साथ ही कई जायरीन तो बिना मास्क की भी नजर आए.
इस दौरान महाना छटी की दुआ हुई, जिसमें शामिल होने के लिए देश के विभिन्न स्थानों से देर रात ही जायरीन पहुंचने का सिलसिला शुरू हुआ. छठी की दुआ के वक्त रविवार को दरगाह परिसर में कई स्थान जायरीनों से खचाखच भरे हुए नजर आए. दरगाह शरीफ में महाना छठी के मौके पर पैर रखने तक की जगह नजर नहीं आई. ऐसे में दरगाह से जायरीनों को लौटाने का सिलसिला शुरू करवाया गया.
वहीं, रात 8 बजे से कर्फ्यू का आदेश होने के कारण पुलिस-प्रशासन ने शाम 7 बजे से ही दरगाह को खाली करवाना शुरू कर दिया था. इससे रात 8 बजे तक दरगाह क्षेत्र में सन्नाटा पसरा हुआ नजर आया. उससे पहले दरगाह कमेटी ने दरगाह परिसर में भी घोषणा करवा दी थी कि रात 8 बजे के बाद कर्फ्यू लग जाएगा, जिसके लिए जायरीन समय से पहले ही अपने स्थान पर पहुंच जाएं.