अजमेर. जिले के कद्दावर कांग्रेस नेता किशन मोटवानी के कार्यकाल और उनकी कार्यशैली को लोग आज भी याद करते हैं. अजमेर को लाइफ लाइन के रूप में बीसलपुर परियोजना देने में मोटवानी का महत्वपूर्ण योगदान रहा है. साथ ही विलय के समय सशर्त अजमेर को मिली सौगात माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान राजस्व मंडल सीबीएसई क्षेत्रीय कार्यालय आरपीएससी आयुर्वेद निदेशालय का उन्होंने कभी विघटन नहीं होने दिया. सबसे खास बात यह है कि मोटवानी के निधन के बाद नानकराम कांग्रेस से चुनाव जीते. लेकिन उनके बाद कांग्रेस आज तक अजमेर उत्तर से चुनाव नहीं जीत पाई है.
महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सबा खान ने बताया कि किशन मोटवानी बड़े नेता होकर भी उन्होंने कार्यकर्ताओं से कभी दूरी नहीं बनाई. बल्कि कार्यकर्ताओं के बीच रहकर आमजन की समस्याओं को दूर किया. वहीं महिलाओं और पुरुषों में उन्होंने कभी भेद नहीं किया.
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राजनीति में महिलाओं को समान अवसर देने की मोटवानी ने हमेशा पैरवी की. श्रद्धांजलि सभा में शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विजय जैन सेवा दल के पूर्व अध्यक्ष शैलेंद्र अग्रवाल महासचिव शिव बंसल सहित महिला कांग्रेस के अध्यक्ष सबा खान लक्ष्मीचंद तोलानी सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे.