अजमेर. कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को ईडी ने पूछताछ के लिए तलब किया है. इसके विरोध में शुक्रवार को कांग्रेस नेताओं ने कार्यकर्ता के साथ मिलकर जिला मुख्यालय पर केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध करते हुए प्रदर्शन किया. इस दौरान कांग्रेसियों ने केंद्र सरकार पर एजेंसियों का दुरुपयोग और तानाशाही करने के आरोप (Congress leader accuses BJP for dictatorship ) लगाए. यह प्रदर्शन करीब दो घंटा चला.
शहर के जिला कांग्रेस कमेटी के निवर्तमान अध्यक्ष विजय जैन ने कहा कि सरकार संवैधानिक संस्थानों का दुरुपयोग कर रही है. सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स को हथियार बनाकर केंद्र सरकार अपने विरोधियों को परेशान कर रही है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी पूछताछ के बाद बेदाग निकले थे, उस समय ही सारा दूध का दूध और पानी का पानी हो चुका था.
अब सोनिया गांधी को पूछताछ के लिए तलब किया गया है. जैन ने कहा कि जिस महिला ने सर्वोच्च पद का त्याग किया, आपने पति और सास को देश के लिए बलिदान देते हुए देखा. ऐसी महिला को आरोपी घोषित करने के लिए ईडी ने उनसे पूछताछ के लिए तलब किया है. जबकि उन्हें पता है कि नेशनल हेराल्ड मामले में किसी भी कांग्रेसी नेता ने भ्रष्टाचार नहीं किया है, इसके बावजूद ईडी केंद्र सरकार के दबाव में आकर सोनिया गांधी को पूछताछ के लिए बुलाया गया है. इसके विरोध में कांग्रेसी हर जिले में प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार तानाशाही कर रही है. जरूरत पड़ी तो देशभर से कांग्रेस कार्यकर्ता दिल्ली पहुंचकर जेल भरो आंदोलन (congress leader protested against bjp) करेंगे.
पूर्व विधायक श्री गोपाल बाहेती ने कहा कि राहुल गांधी के बाद ईडी ने सोनिया गांधी को बुलाया है. ईडी के पास स्पष्ट आरोप तक नहीं है. केवल केंद्र सरकार के दबाव में ईडी ऐसा कर रही है, ताकि राहुल गांधी सरकार के खिलाफ ना बोलें. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी और उनका परिवार डरने वाला नहीं है. विरोध प्रदर्शन में जिले के किसान और पशुपालक भी बड़ी संख्या में मौजूद रहे. अजमेर सरस डेयरी के अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी ने भी पशुपालकों के साथ मिलकर दही और छाछ पर जीएसटी लगाने का विरोध किया. कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन में पूर्व विधायक ब्रह्मदेव कुमावत, महेंद्र चौधरी, रामनारायण गुर्जर, डॉ श्रीगोपाल बाहेती, नाथूराम सिनोदिया सहित कांग्रेस के पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे.