अजमेर. राजस्थान लोक सेवा आयोग परिसर (Rajasthan Public Service Commission) में नए ब्लॉक का शिलान्यास सीएम अशोक गहलोत की ओर से सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया गया. साथ ही आयोग का ग्रीवेंस पोर्टल लॉन्च (Grievance Portal Launched) किया गया. आयोग अध्यक्ष भूपेंद्र यादव ने आयोग में कर्मचारियों की कमी सहित आयोग में परीक्षाओ संबंधी नवाचार का ड्राफ्ट सरकार को देने की बात कही.
राजस्थान लोक सेवा आयोग (Rajasthan Public Service Commission) के कामकाज के विस्तार को देखते हुए आयोग परिसर में नवीन ब्लॉक की कमी जल्द पूरी होगी. 3 करोड़ 73 लाख रुपए की राशि से नए ब्लॉक को स्वीकृति मिल गई है. सीएम अशोक गहलोत ने जयपुर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से शिलान्यास कार्यक्रम में शिरकत की. आयोग के अध्यक्ष भूपेंद्र यादव ने आयोग के समस्याओं के बारे में जानकारी दी.
आयोग सदस्य शिव सिंह ने आयोग के इतिहास, कार्य एवं नवाचारों पर प्रकाश डाला. सीएस निरंजन आर्य ने परीक्षाओ एवं मूल्यांक में सुधार के बारे में आयोग को निरंतर प्रयासरत रहने का आग्रह किया. जून से लेकर अभी तक के आयोग से मिले प्रस्ताव में ज्यादातर प्रस्तावों को स्वीकृति मिलने के बारे में भी बताया. शेष प्रस्ताव पर भी जल्द विचार कर स्वीकृति देने की बात कही है.
नए ब्लॉक के शिलान्यास कार्यक्रम के अवसर पर आरपीएससी मैनुअल वॉल्यूम के प्रथम और द्वितीय खंड का विमोचन भी सीएम ने किया. सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि सरकार के अब तक के कार्यकाल में आयोग 1 लाख 79 हजार नोकरिया दी जा रही हैं. गहलोत ने कहा कि आयोग के समक्ष नकल एवं पेपर लीक रोकना बड़ी चुनौती है. उन्होंने कहा कि लोगों में परीक्षाओं को लेकर धारणा बन गई है कि उनमें गड़बड़ी हुई है, वह आयोग की परीक्षा हो या अन्य परीक्षा. परीक्षा सही सम्पन्न भी हुई हो तो भी उस पर प्रश्नचिन्ह लगने लगे गए हैं.
गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने कहा कि हमे ओर ज्यादा सजग होकर परीक्षा का आयोजन करना होगा ताकि ऐसी संदेहास्पद नौबत ही नहीं आए. उन्होंने कहा कि आयोग की समस्याओं की ओर निश्चित ध्यान दिया जाएगा. परीक्षाओं के कलेंडर के लिए समय पर अभ्यर्थना आयोग को मिले इस पर गंभीरता से विचार किया जाएगा. उन्होंने मेम्बर्स की पेंशन संबंधी प्रस्ताव को लेकर कहा कि सेवानिवृत्ति के बाद आयोग में मेंबर बनते हैं, वहीं कुछ लोग पब्लिक सेक्टर से भी आते हैं. ऐसे में को पब्लिक सेक्टर से आने वाले सदस्यों को पेंशन मिले इस पर विचार किया जाएगा.
नए ब्लॉक में होंगे साक्षात्कार
आयोग के नए ब्लॉक का निर्माण कार्य सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से किया जाएगा, जिसकी लागत 3 करोड़ 73 लाख होगी. भवन दो मंजिला होगा जिसमें प्रत्येक पल का क्षेत्रफल 5 हजार 628 वर्ग फिट होगा. इसमें भूतल पर वाहन पार्किंग मय महिला पुरुष शौचालय का निर्माण होगा. प्रथम तल पर तीन साक्षात्कार बोर्ड कक्ष, एक डाइनिंग कम गेस्ट मीटिंग कक्ष, लौकी का निर्माण होगा. इसी प्रकार द्वितीय तल पर चार साक्षात्कार बोर्ड कक्ष मय लॉबी का निर्माण होगा. इस वित्तीय वर्ष में 81.23 लाख का प्रावधान है.
आयोग का सक्षिप्त परिचय
भारत के संविधान के अनुच्छेद 315 से 323 में प्रत्येक राज्य के लिए एक लोक सेवा आयोग की व्यवस्था की गई है. तत्कालीन राजप्रमुख की ओर से 16 अगस्त 1949 को एक अध्यादेश जारी कर राजस्थान लोक सेवा आयोग की स्थापना की गई. दिसंबर 1949 को अध्यक्ष एवं सदस्यों की नियुक्ति के साथ ही आयोग अस्तित्व में आया. आयोग का मुख्य कार्य विभिन्न सेवा/ पदों के लिए श्रेष्ठतम उम्मीदवारों का चयन कर राज्य सरकार को अभिस्तवित करना है. दिसंबर 2018 के पश्चात आयोग की ओर से 31 हजार 951 पदों की चयन प्रक्रिया पूर्ण कर संबंधित विभागों को अभिस्तावना भिजवाई गई है.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए CM गहलोत ने किया शिलान्यास
आयोग की ओर से परीक्षा प्रक्रिया में सतत सुधार एवं नवाचार किए जा रहे हैं. भर्ती की गोपनीयता एवं आमजन के विश्वास को कायम रखने एवं भर्ती प्रक्रिया को गति प्रदान करने के क्षेत्र में आयोग की ओर से ऑनस्क्रीन मार्किंग, ऑनलाइन एप्लीकेशन, ऑनलाइन एग्जामिनेशन, वन टाइम रजिस्ट्रेशन, अभ्यार्थियों की सुविधा के लिए ऑनलाइन एडमिशन कार्ड, एग्जामिनेशन सेंटर डेस्टिनेशन मैपिंग सहित अनेक नवाचार किए गए हैं.
आयोग में स्टाफ की कमी को लेकर ध्यान आकर्षित
आयोग अध्यक्ष भूपेंद्र यादव ने जयपुर में सीएम को आयोग में व्याप्त समस्याओं के बारे में बताया. यादव ने कहा कि आयोग में स्टाफ की कमी के बावजूद बेहत्तर कार्य हो रहा है. देश के कई आयोग यहां हुए नवाचारों का अनुसरण कर रहे हैं. यादव ने बताया कि आयोग में लिखित, लिखित एवं साक्षात्कार एवं सीधी भर्ती के माध्यम से चयन प्रक्रिया अमल में लाई जाती है. उन्होंने कहा कि सीधी भर्ती की बजाय परीक्षा का प्रवधान हो साथ ही जिन पद के लिए एक ही परीक्षा होती. उनकी दो स्तर पर परीक्षा होनी चाहिए. इसके अलावा आरपीएससी अपनी परीक्षाओं को लेकर समय पर कैलेंडर तभी जारी कर पाएगी जब सरकार समय पर अभ्यर्थना भेजें. यादव ने सीएम को परीक्षाओं में सुधार के लिए ड्राफ्ट बनाकर देने के लिए भी कहा है.
परीक्षा एवं मूल्यांकन में सुधार के लिए हो सतत प्रयास
सीएस निरंजन आर्य ने कहा कि बेरोजगार युवाओं के लिए आयोग रोजगार का मंदिर है. आयोग को उनके विश्वास को बनाये रखना होगा. इसके लिए परीक्षाओं एवं मूल्यांकन में सुधार के लिए सतत प्रयास करने होंगे. उन्होंने कहा कि आयोग से जून माह से मिले अब तक के प्रस्तावों में ज्यादात्तर प्रयासों को स्वीकृति मिल गई है. जल्द ही शेष प्रस्ताव पर भी सरकार से चर्चा कर उन्हें स्वीकृति दी जाएगी. इनमें मेम्बर्स की पेंशन का प्रस्ताव भी विचाराधीन है.
हरजीराम अटल नए सचिव
सोमवार को ही आयोग सचिव पद हरजी राम अटल ने पदभार संभाला है. शिलान्यास कार्यक्रम के बाद नए ब्लॉक के निर्माण एवं उपयोगिता के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि आयोग की प्रतिष्ठा को बनाये रखने के साथ कार्य प्रणाली को बेहत्तर बनाने बनाने की दिशा में कार्य होगा जिसमें परीक्षाओं को पारदर्शी बनाने के साथ ही अभ्यार्थीयों को किसी तरह का कोई संशय ना हो ऐसा प्रयास किया जाएगा.