अजमेर. किशनगढ़ थाने का ड्राइवर कांस्टेबल विक्रम सिंह पिछले 9 माह से छात्रों से अश्लील चैटिंग कर रहा था. 22 दिसंबर 2020 को छात्रों ने पीसांगन थाने में लिखित शिकायत भी दी थी. बावजूद इसके कांस्टेबल के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई.
छात्र अपने परिजनों के साथ मौखिक रूप से इस पीसांगन थाने में कांस्टेबल विक्रम सिंह के खिलाफ शिकायत करते रहे, लेकिन उसके खिलाफ प्रकरण दर्ज नहीं किया गया. इसके बाद छात्रों एवं उनके परिजनों ने पंचायत समिति सदस्य प्रदीप कुमावत से संपर्क किया. प्रदीप कुमावत ने परिवाद पेश कर मामले में मुकदमा दर्ज करने की एसपी से मांग की थी.
इस मामले को अजमेर पुलिस अधीक्षक जगदीश चंद्र शर्मा ने गंभीरता से लेते हुए किशनगंज थाने में ड्राइवर रहे कांस्टेबल विक्रम सिंह को निलंबित कर दिया है. साथ ही कांस्टेबल विक्रम सिंह के खिलाफ किशनगंज थाने में प्रकरण दर्ज करने के भी का आदेश दिए हैं. एसपी जगदीश चंद शर्मा ने बताया कि पंचायत समिति सदस्य प्रदीप कुमावत ने एक परिवाद पेश किया था. जिसमें उसका आरोप था कि कांस्टेबल विक्रम सिंह जो कि पीसांगन थाने का ड्राइवर है, वह नाबालिग बच्चों के साथ व्हाट्सएप पर अश्लील चैट करता है.
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उन्होंने बताया कि कांस्टेबल विक्रम सिंह को तुरंत निलंबित कर दिया गया है. वहीं, उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के भी आदेश पीसांगन थाना पुलिस को दिए हैं. इधर पीसांगन थाने में कांस्टेबल विक्रम सिंह के खिलाफ पॉक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया है. मामले की जांच नसीराबाद थाना प्रभारी को सौंपी गई है.
जानकारी के मुताबिक आरोपी कांस्टेबल विक्रम सिंह फिलहाल श्रीनगर में पोस्टेड है. पीड़ित एक छात्र ने व्हाट्सएप पर और अभी कांस्टेबल विक्रम सिंह की ओर से की गई अश्लील चैट के स्क्रीनशॉट भी पुलिस को दिए हैं. परिवाद में यह भी सामने आया है कि कांस्टेबल छात्र को अपने कमरे में बुलाने के लिए भी दबाव बना रहा था.