अजमेर. जेएलएन अस्पताल में शुक्रवार रात को दो कोरोना मरीजों की ऑक्सीजन सप्लाई ड्राप होने से मौत होने का मामला गरमा गया है. अजमेर दक्षिण से भाजपा विधायक अनिता भदेल ने कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित के समक्ष अपनी नाराजगी व्यक्त की. साथ ही सीएम के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर लापरवाही करने वाले कार्मिकों के विरुद्ध कार्रवाई करने एवं मृतकों के परिजनों को 50 लाख रुपए की मुआवजा राशि देने की मांग की है.
महिला एवं बाल विकास विभाग की पूर्व राज्यमंत्री और अजमेर दक्षिण से विधायक अनिता भदेल ने जरा अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई ड्रॉप होने के कारण 2 मरीजों की मौत पर गहरी नाराजगी व्यक्त की है. भदेल ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि मरीजों का ऑक्सीजन लेवल गिर जाने के कारण गंभीर मरीजों को रिकवर करने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई प्रभावित होने एवं फ्लकचुएशन के कारण आए दिन मरीजों की मौत हो रही है, जो अस्पताल प्रशासन की लापरवाही को दर्शाता है. उन्होंने बताया कि 21 मई को अजमेर दिल्ली गेट निवासी भगवती देवी और परबतसर निवासी संतोष एवं पूर्व में पार्षद भारतीय जांगिड़ की मृत्यु हो गई. बीती रात हुई घटना में मरीजों की मौत ज्यादा हुई है.
भदेल ने कहा कि मामले की गंभीरता को लेते हुए सरकार तुरंत कार्रवाई करें और निष्पक्ष जांच करवा कर अस्पताल प्रशासन की ओर से लापरवाही करने वाले कार्मिकों के विरुद्ध कार्रवाई की जाए. साथ ही मृतकों के परिजनों को 50 लाख रुपए की मुआवजा राशि दी जाए.
भदेल ने कहा कि अस्पताल में व्यवस्थाओं को सुधार लिया जाए नहीं तो भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरेंगे और अब वह रुकने वाले नहीं हैं. उन्होंने कहा कि कलेक्टर ने बातचीत में बताया है कि ऐसा फॉल्ट आने की वजह से हुआ था. फॉल्ट आने की वजह से किसी की जान चली जाए और प्रशासन मौन बैठा रहे यह कांग्रेस की कार्यशैली और सीएम के कोरोना प्रबंधन का एक उदाहरण है.
विधायक अनिता भदेल ने श्रमिकों के आवागमन के दौरान उनके खिलाफ पुलिस की ओर से चालान बनाने की कार्रवाई करने पर भी नाराजगी व्यक्त की है. भदेल ने कहा कि लॉकडाउन में सुबह 11 बजे तक आवागमन की अनुमति है. इस दौरान श्रमिक काम पर जाते हैं. वहीं, अनुमत दुकानों पर लोग खरीदारी कर सकते हैं.
भदेल ने कहा कि चालान बना बनाकर लोगों को ठगने का कार्य किया कर सरकार अपना खजाना भरने का काम कर रही है. उन्होंने बताया कि इंडस्ट्रियल एरिया में काम पर जाने वाले सैनिकों के कार्ड संबंधित फैक्ट्री मालिक ने बनाए हुए हैं. बावजूद इसके अनावश्यक रूप से पुलिस उन्हें परेशान कर रही है और उनके चालान काटे जा रहे हैं.