अजमेर. राजस्थान लोक सेवा आयोग की प्राध्यापक भर्ती परीक्षा 2018 के अभ्यर्थियों का आंदोलन जारी है. अभ्यर्थी 4 दिन से आरपीएससी से कुछ ही दूरी पर धरना लगाकर बैठे हैं. गुरुवार को अभ्यर्थियों ने आरपीएससी कार्यालय के बाहर झाड़ू लगाई है. अभ्यर्थियों की मांग है कि प्राध्यापक भर्ती परीक्षा 2018 के संबंध में अंतिम निर्णय लेकर नियुक्ति आदेश जल्द जारी किए जाए.
राजस्थान लोक सेवा आयोग के कार्यालय के बाहर प्रदेशभर से आए दर्जनों बेरोजगार अभ्यर्थियों ने झाड़ू लगाकर प्रदर्शन किया. 23 फरवरी से बेरोजगार अभ्यर्थी नौकरी की आस लगाए धरने पर बैठे हैं. अभ्यर्थियों का आरोप है कि आरपीएससी प्रशासन उनकी मांग पर कोई सकारात्मक कदम नहीं उठा रहा है, जबकि न्यायालय ने कुछ प्रश्नों को लेकर 17 फरवरी 2021 तथा 18 फरवरी 2021 को भर्ती प्रक्रिया से संबंधित कुछ प्रश्नों पर पुनर्विचार के लिए आरपीएससी को परामर्श दिया था कि प्रश्नों पर पुनर्विचार के संबंध में आरपीएससी अपने स्तर पर अंतिम निर्णय कर सकती है.
वहीं विकेश कुमार गुप्ता बनाम राजस्थान राज्य और अन्य 2020 के विवाद में सर्वोच्च न्यायालय की ओर से आदेशित है कि विषय विशेषज्ञ की ओर से आपत्तियों के बाद तैयार की गई अंतिम उत्तर कुंजी ही सर्वमान्य है. अभ्यर्थियों ने बताया कि आरपीएससी उपरोक्त वाद को दृष्टि में रखते हुए आपत्तियों के बाद जारी अंतिम उत्तर कुंजी को यथावत रखते हुए नियुक्ति प्रक्रिया को सुचारू रूप से संपूर्ण कर सकती है , लेकिन आयोग ने मामले को लंबित रखा हुआ है.
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अभ्यर्थियों ने कहा कि शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा काफी संवेदनशील है, अभ्यर्थियों के हित में वह जरूर कदम उठाएंगे ऐसा हमें विश्वास है. गुरुवार को धरना स्थल पर मौजूद प्रदेश के कई जिलों से आए दर्जनों अभ्यर्थी सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए हाथों में झाड़ू थाम कर आरपीएससी कार्यालय के बाहर पहुंच गए, जहां उन्होंने बाहर की सड़क की झाड़ू लगाकर सफाई की.