अजमेर. प्रदेश में महिलाओं और बच्चियों के साथ बढ़ रही दुष्कर्म की घटनाओं के खिलाफ भाजपा महिला मोर्चा ने गहलोत सरकार के खिलाफ हल्ला बोला. सोमवार को महिला मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने जिला मुख्यालय पहुंचकर जमकर प्रदर्शन किया. वहीं जिला मुख्यालय के मुख्य द्वार पर जब पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की. इस दौरान महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच मामूली झड़प भी हुई.
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महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं का आरोप है कि गहलोत सरकार अन्य कामों में व्यस्त है लेकिन उन्हें प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कोई चिंता नहीं है. प्रदेश में रक्षक ही भक्षक बन रहे हैं. ऐसे में महिलाएं न्याय के लिए किस पर विश्वास करें. सोमवार को महिला मोर्चा की कार्यकर्ता सार्वजनिक निर्माण विभाग के डाक बंगले में जुटी और यहां से रैली के रूप में गहलोत सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए जिला मुख्यालय के बाहर पहुंची.
इस दौरान पुलिस ने महिलाओं को जिला मुख्यालय के मुख्य द्वार पर ही रोक दिया और 5 महिला कार्यकर्ताओं को ज्ञापन देने के लिए भीतर जाने की अनुमति दी. लेकिन समस्त महिला मोर्चा की कार्यकर्ता मुख्य द्वार से जिला परिसर में घुसने में कामयाब हो गई. इस दौरान मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों से उनकी मामूली झड़प भी हुई. बाद में कलेक्टर के निर्देश पर सभी को भीतर आने की अनुमति मिल गई.
भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष सीमा गोस्वामी के नेतृत्व में सभी मोर्चा के कार्यकर्ता जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित के दफ्तर में पहुंची. जहां पहले से ही पूर्व राज्य मंत्री एवं दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से विधायक अनिता भदेल मौजूद थी. महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा. पूर्व राज्य मंत्री एवं विधायक अनिता भदेल ने गहलोत सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि सत्ता में आने से पहले प्रदेश की महिलाओं को सुरक्षा देने का घोषणा पत्र में कांग्रेस ने वादा किया था, लेकिन सत्ता में आने के बाद गलत सरकार अपना वादा भूल गई है. उसे याद दिलाने के लिए महिला मोर्चा ने राज्यपाल को ज्ञापन दिया है.