अजमेर. भाजपा के पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी ने नगर निगम चुनाव के संबंध में रविवार को लक्ष्मी नैन सभागार में आम सभा रखी. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की मंशा को स्पष्ट करते हुए कहा कि कोरोना महामारी और लॉकडाउन में जहां कांग्रेस के मंत्री, मुख्यमंत्री घर में बैठकर ही सरकार चलाते रहे. वहीं, भारतीय जनता पार्टी ने लोगों के बीच जाकर आमजन की सेवा की. जरूरतमंद को भोजन पहुंचाया.
भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने भी राज्य के हर तबके के लोगों को सुविधाएं पहुंचाने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी. हर प्रकार की आवश्यकताओं के लिए भरपूर धन उपलब्ध कराया गया. लेकिन, कांग्रेस सरकार ने इस धन को सिर्फ अपने नाम से ही उपयोग में लिया गया. भोजन के पैकेट भी अपने नाम और फोटो चिपकाकर कुछ लोगों तक ही वितरित किए गए. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पूरे कार्यकाल के दौरान सिर्फ दिल्ली में कांग्रेस दल की मीटिंग में ही पहुंचे थे. इसके अलावा आमजन से मुलाकात से वह सदैव से ही दूर रहे. मुख्य चिकित्सा मंत्री भी सिर्फ निकाय चुनाव के दौरान जिला परिषद चुनाव के दौरान ही आमजन से मिले. इसके अलावा वे घर में बैठकर सरकार चलाते रहे.
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कांग्रेसी सरकार ने कोरोना जैसी महामारी के चलते जैसी तत्परता जिम्मेदारी एक प्रशासक होने के नाते किसी सरकार को दिखानी चाहिए थी, वैसी नहीं दिखा करके यह साबित कर दिया है कि यह डरपोक सरकार है जनता की रक्षा करने में अक्षम सरकार है. इसलिए आगामी निकाय चुनावों में इनका बहिष्कार किया ही जाना चाहिए.