अजमेर. शहर के बीच स्थित आनासागर झील की खूबसूरती इन दिनों बारिश के मौसम में और निखर आई है. झील के चारों ओर बादलों से ढकी पहाड़ियों के दृश्य ने झील के सौंदर्य को चार चांद लगा दिया है. प्रकृति की अनुपम छटा को देखने के लिए पथवे पर लोगों का तांता लगा हुआ है.
गौरतलब है कि अजमेर शहर के बीच आनासागर झील मानव निर्मित झील है. बताया जाता है कि झील बनने से पहले यहां कई युद्ध हुए थे, जिसमें भीषण रक्तपात हुआ. झील का निर्माण चौहान वंश के राजा अर्णोराज ने करवाया था.
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वहीं,अजमेर का नैसर्गिक सौदर्य हमेशा ही लोगों को आकर्षित करता आया है. इसकी वजह शहर के बीच सुंदर आनासागर झील और चारों को फैली पहाड़ियां हैं. ऐसे में बारिश के मौसम में अजमेर किसी हिल स्टेशन से कम नजर नहीं आता. हरियाली की चादर ओढ़े पहाड़ियां और उन पर बादलों की ओट से ऐसा लगता है कि धरती से मिलने आकाश जमीन पर आ गया है. पिछले साल हुई अच्छी बारिश से आनासागर झील पहले से ही लबालब हैं. वहीं, ठंडी हवाओं के बीच हिलोरे मारते झील के पानी को देखकर किसी को मुंबई जैसा और पहाड़ियां देखकर किसी को कश्मीर की वादियों जैसा महसूस हो रहा है.
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आनासागर झील के चारों ओर बना पथवे इन दिनों लोगों से आबाद है. पथवे पर मेले जैसा माहौल है. झील की खूबसूरती निहारने के साथ लोग सेल्फी लेना नहीं भूलते. हालांकि कोरोना महामारी के चलते लोगों ने पथवे पर एक-दूसरे से दूरी बना रखी है. वहीं, झील में बोटिंग भी कोरोना महामारी के चलते बंद है. बारिश में लोग घरों से निकलकर प्रकृति की अनुपम छटा को निहारने निकल रहे हैं और ऐसे दृश्य उनके दिलों-दिमाग को सुकून पहुंचा रहे हैं.