अजमेर. सांसद भागीरथ चौधरी ने ईटीवी से बातचीत के दौरान मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाई. उन्होंने कहा कि आजादी को 72 साल हो गए. लेकिन ऐसा प्रधानमंत्री देश को आज तक नहीं मिला, जिसने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद- 370 हटाकर वहां विकास के द्वार खोलकर भ्रष्टाचार को अवरुद्ध कर दिया. पूर्व में पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद फैलाता रहा. जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद- 370 और 35 ए की वजह से देश का विकास नहीं हो रहा था. विकास के नाम अरबों रुपए जम्मू-कश्मीर को दिए गए. लेकिन वह सब चंद हाथों में पड़कर भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाते. जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद- 370 और 35 (ए) पीएम मोदी ने हटाया और यह देश के लिए विकास की दृष्टि से मिल का पत्थर साबित होगा. नागरिक संशोधन बिल, राम मंदिर और ट्रिपल तलाक जैसे मुद्दों को कोई भी एक साल में हल नहीं कर सकता था, वो पीएम मोदी ने करके दिखाया.
सांसद चौधरी ने कहा कि राष्ट्रीय मुद्दों के हल होने से पूरे देश में इसका प्रभाव पड़ा है. अजमेर लोकसभा क्षेत्र में पेयजल व्यवस्थाओं को लेकर जल शक्ति मंत्रालय की हर घर नल योजना के माध्यम से गांव में हर घर नल और नल में जल पहुंचाया जा रहा है. केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय के केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी राजस्थान से हैं. प्रधानमंत्री सड़क योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्ज्वला योजना, पर्यटन, शिक्षा, बिजली, आयुष्मान भारत, किसान निधि सहित, जन धन योजना जैसी कई केंद्र की योजनाओं के माध्यम से आमजन को लाभ पहुंचाया है.
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उन्होंने बताया कि सरकार ने आगामी साल में विकास के लिए रोड मैप बनाया है. लेकिन वैश्विक कोरोना महामारी की वजह से उसमें रुकावट आ गई है. चौधरी ने कहा कि वह विश्वास के साथ कह सकते हैं कि मोदी सरकार का एक साल बेमिसाल है. पीएम मोदी के नेतृत्व में देश के विकास की दृष्टि से सुदृढ़ और स्वावलंबी संबंध में ऐतिहासिक फैसले लिए गए हैं, जिसके दुर्गामी परिणाम देखने को मिलेंगे.
विश्व पटल पर अजमेर
सांसद भागीरथ ने कहा कि विश्व पटल पर अजमेर अपना एक विशेष स्थान रखता है. देश आजाद हुआ था, तब राजस्थान में दो प्रदेश थे. इनमें एक की जयपुर राजधानी थी. दूसरा अजमेर स्टेट था. अजमेर की भौगोलिक स्थिति और पानी की कमी की वजह से वह राजधानी नहीं बन सका. शिक्षा, पर्यटन और उद्योग को लेकर अजमेर में पर्याप्त संभावनाएं हैं. यहां पुष्कर में जगत पिता ब्रह्मा का मंदिर है, वहीं अजमेर में ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह हैं.
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उन्होंने कहा कि किशनगढ़ की मार्बल मंडी एशिया में ही नहीं विश्व में सबसे बड़ी मंडी है. यहां उद्योग की प्रचुर संभावना हैं. अजमेर से क्वार्ट्ज और फेल्सपार टाइल्स के लिए गुजरात जाता है. यहां भी टाइल्स की फैक्ट्रियां स्थापित की जा सकती हैं. उन्होंने कहा कि गुजरात में गैस पाइप के जरिए उद्योग पनप रहे हैं, उसी की तर्ज पर अजमेर में भी उद्योग स्थापित करने की प्रबल संभावनाएं हैं. ईटीवी भारत के साथ विशेष बातचीत में अजमेर लोकसभा सांसद भागीरथ चौधरी ने विश्वास दिलाया है कि आगामी 4 साल में अजमेर की प्रगति के शिक्षा, चिकित्सा, पानी, रोजगार के क्षेत्र में और उद्योग धंधे स्थापित करने के लिए वह कृत संकल्पित है.