अजमेर. अजमेर विकास प्राधिकरण (एडीए) कार्यालय की सरकार को चुनौती देने की हिमाकत सामने आई है. कार्यालय के बाहर लगे कोरोना के तहत अभियान नो मास्क नो एंट्री (no mask no entry) के फ्लेक्स पर सीएम अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) और यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल (UDH Minister Shanti Dhariwal) की फोटो पर ही फ्लेक्स का सफेद कपड़ा लगाकर ढक दिया गया. वह भी तब जब कार्यालय परिसर में आमजन को राहत देने के लिए प्रशासन शहरों के संग अभियान (Administration Camps with cities) आयोजित किया जा रहा है. एडीए की हिमाकत से कांग्रेसियों में जबरदस्त रोष व्याप्त है.
अजमेर विकास प्राधिकरण (ए़डीए) कार्यालय में प्रशासन शहरों के संग अभियान (Administration campaigns with cities) के तहत आमजन को राहत देने और भूखंडों के नियमन के लिए शिविर आयोजित किया जा रहा है. सैकड़ों लोग शिविर में अपने कार्य के लिए आ रहे है. खास बात यह है कि शिविर के माध्यम से लोगों को राहत मिल रही यह अलग बात है. लेकिन जिनके कांधों पर शिविर को सफल बनाने की जिम्मेदारी है, उनकी सरकार के प्रति सोच कैसी है यह कार्यालय के बाहर सरकार के कोरोना को लेकर शुरू किए गए नो मास्क नो एंट्री के फ्लेक्स को देखकर लगाया जा सकता है.
फ्लेक्स पर लगी सरकार के मुखिया सीएम अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) और यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल (UDH Minister Shanti Dhariwal) के चित्रों को फ्लेक्स के सफेद कपड़े से ढक दिया गया है. शिविर में आने वाले सैकड़ो लोग की नजर उन पर जाती है. बल्कि कार्यालय के बाहर वीआईपी सड़क होने के बावजूद किसी की निगाह अजमेर विकास प्राधिकरण कार्यालय के बाहर लगे फ्लेक्स पर ढके सीएम अशोक गहलोत और यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के सफेदी से ढके चित्रों पर नहीं पड़ी.
गौरतलब है कि अजमेर शहर की दोनों विधानसभा सीटों और निकाय चुनाव में कांग्रेस कई वर्षों से हार का सामना करती आई है. या यूं कहें की बीजीपी का दबदबा शहर में हमेशा से कायम रहा है. सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थाओं में बीजीपी की गहरी पैठ है. यही वजह है कि कांग्रेस के राज में भी कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के चित्र को उनके विभाग के अधीन अजमेर विकास प्राधिकरण ( एडीए ) कार्यालय में ढकने की हिमाकत कोई आश्चर्य नहीं है.
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खास बात यह है कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल को तीन वर्ष होने जा रहे है लेकिन एडीए चैयरमैन पद पर नियुक्ति सरकार अभी तक नहीं कर पाई है. जाहिर है जब सत्ता में भी कुर्सी खाली रहे तो अफसरशाही बेलगाम होती है. एडीए कार्यालय के बाहर लागे यह फ्लेक्स इसी की बानगी है. एडीए की इस हिमाकत की सूचना जब कांग्रेस सेवादल के जिला अध्यक्ष देशराज मेहरा को लगी तो उन्होंने एडीए कार्यालय में विरोध जताया. इसका असर भी हुआ एक गेट के फ्लेक्स पर से सीएम अशोक गहलोत और शांति धारीवाल के चित्र से फ्लेक्स के सफेद कपड़े को हटा दिया गया.
लेकिन अन्य फ्लेक्सों पर अब भी अजमेर विकास प्राधिकरण सरकार को चुनौती देती नजर आ रही है. मेहरा ने सीएस निरंजन आर्य और कांग्रेस के प्रमुख नेताओं को व्हाट्सएप पर वीडियो फोटो भेज कर मामले की जानकारी दी है. साथ ही दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की भी मांग उठाई है.