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ACB Action In Ajmer: फरार पार्षद पति के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी...एक महीने का दिया समय - Ajmer Crime News

अजमेर शहर के वार्ड 41 जोसगंज क्षेत्र की पार्षद नीतू मिश्रा के पति रंजन शर्मा के खिलाफ सेशन कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी (Arrest warrant against Ajmer councilor husband) कर दिया है. एसीबी ने गिरफ्तारी के लिए कोर्ट में अर्जी लगाई थी. रंजन शर्मा लंबे समय से फरार चल रहा है.

ACB Action In Ajmer
पार्षद पति के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी.
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Published : Jan 18, 2022, 4:30 PM IST

Updated : Jan 18, 2022, 5:51 PM IST

अजमेर. शहर के वार्ड 41 जोंसगंज क्षेत्र की पार्षद नीतू मिश्रा के पति रंजन शर्मा के खिलाफ सेशन कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ है. एसीबी ने रिश्वत के प्रकरण (Bribe case Ajmer ) में पार्षद पति रंजन शर्मा के दो दलालों को 7 जुलाई 2021 को 2 लाख की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था. रंजन शर्मा एसीबी की कार्रवाई (ACB Action In Ajmer) की भनक लगते ही फरार हो गया था. फरार रंजन शर्मा के घर पर एसीबी ने नोटिस चस्पा किया है.

यह है पूरा मामला

यह मामला 7 जुलाई 2021 का है. जोंसगंज में परिवादी अपनी पुश्तैनी जमीन को समतलीकरण करना चाह रहा था. इस पर पार्षद पति रंजन शर्मा ने उसे धमकाया और एक प्लॉट उस भूमि से देने के लिए परिवादी पर दबाव बनाया. जब परिवादी ने प्लॉट देने से इनकार किया तो पार्षद पति रंजन शर्मा ने 40 लाख रुपए की डिमांड परिवादी से की थी. परिवादी से पार्षद रंजन शर्मा 2 लाख रुपये प्रथम किश्त के तौर पर भी ले चुका था. प्रथम किश्त की शेष राशि 2 लाख रुपये के लिए वह परिवादी पर दबाव बना रहा था.

परिवादी ने एसीबी को पार्षद रंजन शर्मा के खिलाफ शिकायत की थी. शिकायत का सत्यापन करने के बाद एसीबी ने पार्षद पति रंजन शर्मा को रंगे हाथों पकड़ने के लिए जाल बिछाया. लेकिन रंजन शर्मा ने परिवादी से 2 लाख रुपए की राशि लेने खुद नहीं जाकर अपने दो दलाल देवेंद्र सिंह और किशन खंडेलवाल को भेजा. जीसीए चौराहे के पास दोनों दलालों को परिवादी से 2 लाख रुपये की राशि लेते एसीबी ने रंगे हाथों पकड़ लिया.

यह भी पढे़ं - अजमेर ACB की कार्रवाई, निजी कंपनी का लाइजनिंग ऑफिसर 50 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार

रंजन रह चुका है छात्र संघ का अध्यक्ष

एसीबी की कार्रवाई की भनक रंजन शर्मा को लग गई और वह भूमिगत हो गया, तब से रंजन शर्मा फरार चल रहा था. जबकि दोनों दलाल देवेंद्र सिंह और किशन खंडेलवाल के खिलाफ एसीबी कोर्ट में चालान पेश कर चुकी है. बता दें कि रंजन शर्मा एबीवीपी से जीसीए कॉलेज का छात्र संघ अध्यक्ष रह चुका है. पेशे से वकील होने के साथ ही बीजेपी का सक्रिय कार्यकर्ता था.

यह भी पढे़ं - ACB Action in Ajmer : सहायक प्रोग्रामर 5 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार...

पार्षद नीतू मिश्रा की भूमिका नहीं हुई स्पष्ट

इस प्रकरण में पार्षद नीतू मिश्रा की भूमिका स्पष्ट नहीं हुई. यही वजह है कि एसीबी ने प्रकरण में पार्षद को आरोपी नहीं बनाया. एसीबी पार्षद के पति रंजन शर्मा की तलाश कर रही थी. 17 जनवरी 2022 को एसीबी ने रंजन शर्मा के गिरफ्तारी वारंट (Arrest warrant against Ajmer councilor husband) के लिए सेशन कोर्ट में अर्जी लगाई थी. जिस पर कोर्ट ने पार्षद पति रंजन शर्मा के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है. इसमें गिरफ्तारी के लिए एक माह का समय दिया गया है. मियाद निकलने के बाद पार्षद पति रंजन शर्मा की संपत्ति कुर्क की जाएगी. बताया जाता है कि पार्षद रंजन शर्मा के पास स्वयं की संपत्ति के तौर पर अजमेर और जयपुर में एक-एक भूखंड है.

अजमेर. शहर के वार्ड 41 जोंसगंज क्षेत्र की पार्षद नीतू मिश्रा के पति रंजन शर्मा के खिलाफ सेशन कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ है. एसीबी ने रिश्वत के प्रकरण (Bribe case Ajmer ) में पार्षद पति रंजन शर्मा के दो दलालों को 7 जुलाई 2021 को 2 लाख की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था. रंजन शर्मा एसीबी की कार्रवाई (ACB Action In Ajmer) की भनक लगते ही फरार हो गया था. फरार रंजन शर्मा के घर पर एसीबी ने नोटिस चस्पा किया है.

यह है पूरा मामला

यह मामला 7 जुलाई 2021 का है. जोंसगंज में परिवादी अपनी पुश्तैनी जमीन को समतलीकरण करना चाह रहा था. इस पर पार्षद पति रंजन शर्मा ने उसे धमकाया और एक प्लॉट उस भूमि से देने के लिए परिवादी पर दबाव बनाया. जब परिवादी ने प्लॉट देने से इनकार किया तो पार्षद पति रंजन शर्मा ने 40 लाख रुपए की डिमांड परिवादी से की थी. परिवादी से पार्षद रंजन शर्मा 2 लाख रुपये प्रथम किश्त के तौर पर भी ले चुका था. प्रथम किश्त की शेष राशि 2 लाख रुपये के लिए वह परिवादी पर दबाव बना रहा था.

परिवादी ने एसीबी को पार्षद रंजन शर्मा के खिलाफ शिकायत की थी. शिकायत का सत्यापन करने के बाद एसीबी ने पार्षद पति रंजन शर्मा को रंगे हाथों पकड़ने के लिए जाल बिछाया. लेकिन रंजन शर्मा ने परिवादी से 2 लाख रुपए की राशि लेने खुद नहीं जाकर अपने दो दलाल देवेंद्र सिंह और किशन खंडेलवाल को भेजा. जीसीए चौराहे के पास दोनों दलालों को परिवादी से 2 लाख रुपये की राशि लेते एसीबी ने रंगे हाथों पकड़ लिया.

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रंजन रह चुका है छात्र संघ का अध्यक्ष

एसीबी की कार्रवाई की भनक रंजन शर्मा को लग गई और वह भूमिगत हो गया, तब से रंजन शर्मा फरार चल रहा था. जबकि दोनों दलाल देवेंद्र सिंह और किशन खंडेलवाल के खिलाफ एसीबी कोर्ट में चालान पेश कर चुकी है. बता दें कि रंजन शर्मा एबीवीपी से जीसीए कॉलेज का छात्र संघ अध्यक्ष रह चुका है. पेशे से वकील होने के साथ ही बीजेपी का सक्रिय कार्यकर्ता था.

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पार्षद नीतू मिश्रा की भूमिका नहीं हुई स्पष्ट

इस प्रकरण में पार्षद नीतू मिश्रा की भूमिका स्पष्ट नहीं हुई. यही वजह है कि एसीबी ने प्रकरण में पार्षद को आरोपी नहीं बनाया. एसीबी पार्षद के पति रंजन शर्मा की तलाश कर रही थी. 17 जनवरी 2022 को एसीबी ने रंजन शर्मा के गिरफ्तारी वारंट (Arrest warrant against Ajmer councilor husband) के लिए सेशन कोर्ट में अर्जी लगाई थी. जिस पर कोर्ट ने पार्षद पति रंजन शर्मा के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है. इसमें गिरफ्तारी के लिए एक माह का समय दिया गया है. मियाद निकलने के बाद पार्षद पति रंजन शर्मा की संपत्ति कुर्क की जाएगी. बताया जाता है कि पार्षद रंजन शर्मा के पास स्वयं की संपत्ति के तौर पर अजमेर और जयपुर में एक-एक भूखंड है.

Last Updated : Jan 18, 2022, 5:51 PM IST
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