अजमेर. दुनियाभर में कोरोना संक्रमण को लेकर खतरा बना हुआ है. देशभर में अलग-अलग जगह प्रवासियों के फंसे होने के मामले सामने आ रहे हैं. इस बीच मुंबई से अजमेर पहुंचे 1330 प्रवासी श्रमिकों को गंतव्य स्थान तक पहुंचाने की कवायद की गई, जहां मौके पर प्रशासनिक अधिकारी सहित पुलिस जाब्ता मौजूद रहा. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए सभी प्रवासी श्रमिकों को बसों के माध्यम से गंतव्य स्थान तक पहुंचाया गया.
महाराष्ट्र के अन्य क्षेत्रों में फंसे अजमेर जिले के श्रमिकों को लेकर लगातार कवायद की जा रही थी. इसी के तहत श्रमिक स्पेशल ट्रेन से मुंबई में फंसे श्रमिकों को अजमेर लाया गया. जहां उनकी स्क्रीनिंग कर सोशल डिस्टेंसिंग रखते हुए सभी लोगों को बसों के माध्यम से उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाने की कवायद की गई. इस मौके पर कोविड-19 प्रभारी गजेंद्र सिंह राठौड़ सहित आला अधिकारी मौजूद रहे.
ट्रेन के अजमेर पहुंचने पर प्रशासन के अधिकारियों ने चरणबद्ध तरीके से यात्रियों को कोच से बाहर निकाला. वहीं स्टेशन के बाहर खड़ी बसों में यात्रियों को बैठाकर सभी श्रमिकों को अजमेर जिले और आसपास के दूरदराज गांवों में भेजा गया. श्रमिकों को उनके घर पहुंचाने के लिए प्रशासनिक स्तर पर पूर्ण इंतजाम किया गया था.
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इस दौरान महिला श्रमिक ने बताया कि वह महाराष्ट्र में जूते-चप्पल बनाने का कारोबारी करती थी, लेकिन कोरोना महामारी के चलते सभी जगह काम बंद हो चुके हैं. अब ऐसे में लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट आ गया है. महिला ने कहा कि सब अपने-अपने घरों के लिए रवाना हो रहे हैं. महिला श्रमिक ने बताया कि वह चौमू की है और अजमेर से अब अपने शहर को जाएगी.