नई दिल्ली : देश की सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनियों में से एक मारुति सुजुकी ने अपनी कारों का रेट महंगा कर दिया है. मारुति सुजुकी ने स्टॉक एक्सचेंजों को दी गई जानकारी में बताया है कि कंपनी के कारों की मॉडलों में बढ़ोतरी का अनुमानित भारित औसत लगभग 1.1 फीसदी है. कारों की नई कीमत आज (16 जनवरी) से लागू होगी. कंपनी के इस फैसले से उन लोगों को नुकसान होने वाला है, जो 2023 के पहले महीने में कार खरीदने का प्लान बना रहे थे.
कार के मॉडल के हिसाब से तय होगी नई कीमत
मारुति सुजुकी की ओर से जारी की गई जानकारी के अनुसार, कंपनी ने विस्तृत रेंज में कारों की एक्स शोरूम रेट पर 1.1 फीसदी तक का इजाफा कर दिया है. हालांकि, हर कार के मॉडल के हिसाब से बढ़ोतरी का प्रतिशत लागू होगा. बताया जा रहा है कि अब आल्टो से लेकर ग्रैंड विटारा तक कई मॉडल्स की कीमतों में इजाफा हुआ है. हालांकि, अभी यह जानकारी आनी बाकी है कि किस मॉडल पर कितना इजाफा किया गया है. गौरतलब है कि इससे पहले नए साल के अवसर पर कंपनी अपनी कारों पर भारी डिस्काउंट दे रही थी. जिससे ग्राहक गाड़ियों की खरीद पर 38,000 तक की बचत कर सकते थे. इन कारों में ऑल्टो K-10, एस प्रेसो, मारुति वैगनआर, मारुति सेलेरियो, ऑल्टो 800, डिजायर और मारुति स्विफ्ट जैसे मॉडल्स शामिल रहे.
दिसंबर में दिए गए थे संकेत
मारुति ने अपनी गाड़ियों की कीमत में बढ़ोतरी के संकेत पिछले साल दिसंबर में ही दे दिए थे. कंपनी ने अपने बयान में कहा था कि मुद्रास्फीति और नए नियमों के आने से लागत में बढोतरी हो रही है, इस वजह से लागत कम करने और आंशिक रूप से कीमतों में हुई बढ़ोतरी को ऑफसेट करने के लिए मॉडलों की कीमत को बढ़ाया जाएगा. हालांकि कंपनी की ओर से कीमत बढ़ाने का सिलसिला हर साल किया जाता है. साल 2022 में मारुति ने तीन बार अपनी गाड़ियों की कीमतों को बढ़ाया था. उस समय अधिकतम बढ़ोतरी 4.3 प्रतिशत तक हुई थी, जो करीब छह हजार रुपये तक थे. वहीं, बढ़ोतरी वाले महीने जनवरी, अप्रैल और जुलाई थे.
दूसरी कार कंपनियां भी बढ़ा सकती है दाम
मारुति के पास भारत के पीवी बाजार में लगभग 40% बाजार हिस्सेदारी है. इससे पहले, मारुति ने अपने हैचबैक मॉडल जैसे स्विफ्ट और सभी सीएनजी वेरिएंट की कीमतों में पहले बढ़ोतरी की थी, क्योंकि इनपुट लागत का दबाव जारी था. कंपनी ने जनवरी 2021 से मार्च 2022 तक पीवी की कीमतों में करीब 8% की बढ़ोतरी की थी. मारुति सुजुकी के बाद टाटा, हुंडई और मर्सिडीज बेंज जैसी कंपनियां भी कार की कीमतों में इजाफा कर सकती हैं.