श्रीगंगानगर. पुरानी आबादी में कथित तौर पर अवैध बूचड़खाने के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर अनशन कर रहे नरेश शर्मा ने 26 वें दिन अनशन समाप्त कर दिया. तहसीलदार संजय अग्रवाल ने जिला अस्पताल के मेल मेडिकल वार्ड में अनशन तुड़वाया.
नगर परिषद ने बूचड़खाना संचालकों के पशु जप्त करने का आश्वासन देते हुए इसके लिए एक कमेटी बनाई है. जिसमें राजस्व अधिकारी मिलखराज चुग सहित कई अधिकारी कर्मचारी शामिल किए गए हैं. वहीं, जिला अस्पताल के मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट पर नरेश शर्मा को स्वास्थ्य में गिरावट आने पर बीकानेर रेफर किया गया है.
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बता दें कि नरेश शर्मा ने अवैध पुरानी आबादी निवासी बसीर खान पर आरोप लगाते हुए उनके द्वारा चलाये जा रहे बूचड़खाना पर कारवाई की मांग करते हुए अनशन शुरू किया था. वहीं अनशनकारी ने जिला अस्पताल में अनशन के दौरान इलाज लेने से भी इंकार कर दिया था.
वहीं 27 सितंबर को नरेश शर्मा अपने आमरण अनशन को नगर परिषद में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा के सामने स्थापित किया. जिसके बाद में उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया.
नरेश शर्मा ने आरोप लगाया था की गंगानगर शहर की घनी आबादी के इलाके में असामाजिक तत्व अवेध बूचड़खाने संचालित कर रहे हैं. जहां चोरी के पशुओं को काटा जाता है.
वहीं नरेश शर्मा ने जिस व्यक्ति पर अवेध बूचड़खाना चलाने का आरोप लगाया था, उसने अनशनकारी शर्मा पर ही सवाल खड़े कर दिए. आरोप लगाने के बाद संबंधित व्यक्ति ने कहा कि वह किसी प्रकार का बूचड़खाना नहीं चलाता है. घरेलू विवाद में उसे बेवजह घसीटने का आरोप लगाते हुए पूरे मामले को ही गलत ठहरा दिया है.