अलवर. प्रदेश को हिला देने वाली घटना के बाद अब अधिकारियों पर गाज गिरना शुरू हो गया है. अलवर के थानागाजी क्षेत्र में महिला से हुए सामूहिक दुष्कर्म की वारदात के बाद अह एसपी राजीव पचार को एपीओ कर दिया गया है तो वहीं उनकी जगह अलवर में पुलिस अधीक्षक के रूप में अंशुमन भोमिया को लगाया गया है. इस मामले में थाना प्रभारी सरदार सिंह को निलंबित कर दिया गया है. इसके अलावा एक एएसआई सहित तीन सिपाहियों को लाइन हाजिर किया गया है.
मंगलवार रात को एसपी राजीव पचार को किया एपीओ
राज्य सरकार ने एसपी राजीव पचार को मंगलवार रात को एपीओ कर दिया है. आईपीएस अंशुमान भोमिया को अलवर का नया एसपी नियुक्त किया गया है. हालांकि जब हमारे संवाददाता ने आईपीएस अंशुमान भोमिया से फोन पर बात की तो उन्होंने अभी कागजी तौर पर किसी भी तरह के आदेश आने की बात नहीं की.
घटना के बाद पूरे प्रदेश में गुस्सा
ये पूरी कार्रवाई थानागाजी में विवाहिता युवती से पति के सामने हुए दरिंदगी के मामले में हुई है. इस घटना से जहां पूरे जिले सहित प्रदेश में गुस्सा है. वहीं भाजपा इस मुद्दे पर कांग्रेस को घेरने में लगी है. तो वहीं चुनाव के चलते कांग्रेस आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने के मामले में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कह रही है.
थानागाजी थाने के एक एएसआई सहित तीन सिपाही लाइन हाजिर
इसलिए कांग्रेस ने तुरंत इस मामले में गंभीरता दिखाते हुए अलवर एसपी राजीव प्रचार को एपीओ कर दिया. तो अलवर में नए एसपी अंशुमन भोमिया को लगाया गया. उससे पहले इस मामले में थानागाजी थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया था. देर रात थानागाजी थाने के एक एएसआई सहित तीन सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है.
आईजी एस सेंगथिर पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे
वहीं इस मामले की गंभीरता को देखते हुए देर रात जयपुर रेंज के आईजी एस सेंगथिर पीड़ित परिवार के घर पहुंचे और उसके पति से पूरे मामले की जानकारी ली. पुलिस ने बताया कि इस मामले में मुख्य आरोपी इंद्राज पुत्र धर्मा गुर्जर निवासी पाटरेली को गिरफ्तार कर लिया गया है. जबकि मुकेश पुत्र श्रीराम गुर्जर निवासी काला खुला को आईटी एक्ट के तहत व्हाट्सएप पर फोटो और वीडियो वायरल करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. जबकि अन्य आरोपी अभी फरार चल रहे है.
पूरे प्रकरण की जांच सरकार अपने स्तर पर कराएगी
दूसरी तरफ इस मामले पर बयानबाजी का दौर भी शुरू हो चुका है. भाजपा व अन्य पार्टियों के नेता कांग्रेस को घेरने में लगे हैं. तो वहीं कांग्रेस के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट पुलिस की कार्रवाई आरोपों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की बात कह रहे है. इस मामले में देर रात सूचना मिली की इस पूरे प्रकरण की जांच सरकार अपने स्तर पर कराएगी. हालांकि इसकी अधिकारिक पुष्टि अभी तक किसी ने नहीं की है.