जयपुर. राजस्थान में लोकसभा चुनाव के दोनों चरण संपन्न हो चुके है. अब सभी को इंतजार 23 मई को है, जब नतीजे आएंगे. लेकिन, राजस्थान के लोकसभा चुनाव में हार हो या जीत. जिन्हें सबसे ज्यादा जिम्मेदार माना जाएगा वो हैं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट.
बात करें सचिन पायलट की तो पायलट ने 14 मार्च से अपना लोकसभा चुनाव प्रचार अभियान का सीकर के लक्ष्मणगढ़ से शुरू किया था. जो राजस्थान में दूसरे चरण के चुनाव प्रचार खत्म होने के अंतिम दिन 4 मई तक जारी रहा. वहीं 4 मई के बाद पायलट का प्रचार बंद नहीं हुआ और वह देश के अन्य राज्यों में प्रचार करने के लिए निकल गए.
वसुंधरा के गढ़ में पायलट की एक भी रैली नहीं
नजर डाले सचिन पायलट की राजस्थान के दौरों की तो, राजस्थान में वैसे तो सचिन पायलट ने पूरे प्रदेश में सभाएं की. लेकिन, झालावाड़ सीट को सचिन पायलट ने प्रचार से महरूम कर दिया. झालावाड़ सीट पर सचिन पायलट की एक भी जनसभा रैली नहीं हुई. पायलट के सबसे ज्यादा पसंदीदा जगहों की लिस्ट में नजर डाली गई तो तीन वह सीटें सामने आई जिससे सचिन पायलट का सीधा नाता हैं.
दौसा में पायलट की सबसे ज्यादा 18 सभाएं
इनमें से सबसे ज्यादा 18 सभाएं पायलट ने की दौसा में. फिर अजमेर में 13 सभाएं और रोड शो किए. तो वहीं तीसरे नंबर पर 11 सभाएं टोंक-सवाई माधोपुर लोकसभा सीट पर हुई. इसी लोकसभा सीट की टोंक विधानसभा से पायलट विधायक भी हैं. ऐसे में इस सीट से भी पायलट का सीधा संबंध है.
राजस्थान में 103 चुनावी रैलियों को सचिन पायलट ने संबोधित किया
इसके बाद बात करें तो पायलट ने चित्तौड़गढ़ में 6 सभाएं, जयपुर ग्रामीण में 5 सभाएं, सीकर में 4 सभाएं, बीकानेर, जोधपुर, नागौर, भरतपुर, कोटा, राजसमंद, भीलवाड़ा और करौली- धौलपुर लोकसभा में 3-3 जनसभाएं की. वहीं गंगानगर, बांसवाड़ा, पाली, जालोर, झुंझुनू, अलवर, चूरु में पायलट ने 2 जन सभाएं की. तो वहीं उदयपुर और बाड़मेर में पायलट की एक-एक सभा हुई. इस तरह पायलट ने कुल 24 लोकसभा सीटों पर रैलियां और जन सभाएं की. हालांकि पायलट ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बेटे दुष्यंत सिंह की सीट झालावाड़ पर एक भी सभाएं नहीं की. खास बात यह है यह वह सीट है जहां से कांग्रेस लगातार 8 चुनाव हार चुकी हैं.
राजस्थान ही नहीं 10 राज्यों में स्टार प्रचारक के तौर पर पायलट ने की 25 सभाएं
ऐसा नहीं है कि प्रदेश अध्यक्ष होने के कारण सचिन पायलट की जिम्मेदारी और डिमांड राजस्थान ही थी. बल्कि सचिन पायलट का क्रेज देश के अन्य राज्यों में भी देखने को मिला. सचिन पायलट को राजस्थान के अलावा 10 राज्यों में भी स्टार प्रचारक बनाया गया था. वहां पर जाकर पायलट ने सभाएं की. सचिन पायलट ने मध्य प्रदेश और हरियाणा में 4-4सभाएं की. वहीं उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली और कोलकाता में 3 -3 सभाएं की. इसी तरह से असम में दो जनसभाएं और तेलंगाना, महाराष्ट्र, पंजाब में सचिन पायलट की एक-एक सभा हुई. पायलट ने राजस्थान के अलावा 10 राज्यों में कुल 25 रैलियां और जनसभाएं की और जनता से वोट मांगे.