जयपुर. प्रदेश के एकमात्र सरकारी मूक-बधिर कॉलेज के बीए सेकंड ईयर के छात्रों ने अपने रिजल्ट पर सवाल उठाए हैं. एक ही कक्षा के 98 में से महज एक छात्र पास हुआ है और 88 छात्र इस रिजल्ट में फेल हुए हैं. जबकि 9 छात्रों की सप्लीमेंट्री आई है. ऐसे में इन छात्रों ने राजस्थान विश्वविद्यालय पहुंच कुलपति से गुहार लगाई. जिस पर कुलपति आरके कोठारी ने जांच के आदेश दिए हैं.
राजस्थान विश्वविद्यालय में इन दिनों रिजल्ट का दौर जारी है, लेकिन इन रिजल्ट्स में लगातार अनियमितताएं सामने आ रही हैं. पहले बीएससी के छात्रों ने और अब उन छात्रों ने रिजल्ट पर सवाल खड़े किए हैं जो बोल और सुन भी नहीं सकते. मामला प्रदेश के एकमात्र सरकारी मूक-बधिर महाविद्यालय का है, जहां बीए सेकंड ईयर के 98 में से 88 छात्रों को फेल कर दिया गया. पूरी कक्षा में महज एक छात्र पास हुआ है, जबकि नौ की सप्लीमेंट्री आई है. ये सभी छात्र राजनीति विज्ञान और ड्राइंग विषय में फेल हुए हैं.
छात्रों का आरोप है कि उनकी उत्तर पुस्तिकाएं सामान्य शिक्षकों से जांच करवाई गई हैं. इस कारण सभी को एक साथ ही फेल कर दिया गया. इस संबंध में छात्रों ने शुक्रवार को विश्वविद्यालय कुलपति से गुहार लगाई. जिस पर कुलपति प्रोफेसर आरके कोठारी ने जांच के आदेश देते हुए कहा कि नियमों के अनुसार मूक-बधिर विद्यार्थियों को विशेष शिक्षक पढ़ाते हैं और विशेष शिक्षक ही उनकी उत्तर पुस्तिकाएं जांचते हैं. ऐसे में ये सुनिश्चित किया जाएगा कि इन छात्रों की पुस्तिकाएं विशेष शिक्षकों से ही जांच कराई गई हैं या नहीं. ऐसा नहीं होने पर रिजल्ट को रिवाइज किया जाएगा.
बता दें कि ये पहला मौका है, जब मूक-बधिर छात्रों का रिजल्ट इस तरह का आया हो. ऐसे में छात्र ही नहीं उनसे जुड़े दुभाषिया और छात्रों के परिजन भी रिजल्ट से संतुष्ट नहीं हैं. हालांकि जांच के बाद ये तय हो जाएगा कि चूक कहां रही है.