चित्तौड़गढ़. रबी 2021-22 में गेहूं, सरसों एवं चने की समर्थन मूल्य पर खरीद 1 अप्रैल से शुरू हो रही है. इसके लिए पंजीयन प्रक्रिया आरंभ कर दी गई, लेकिन पटवारियों की हड़ताल के चलते किसानों को गिरदावरी प्राप्त करने में असुविधा हो रही है. ऐसी स्थिति में किसानों को तत्काल प्रभाव से राहत दिलाने के उद्देश्य से गेहूं एवं सरसों चना के पंजीयन तथा खरीद के लिए नई व्यवस्था की गई है.
इस संबंध में जिला रसद अधिकारी विनय कुमार शर्मा ने आज जारी किए अपने आदेश में स्पष्ट किया कि सादे पेपर पर स्वघोषणा/ शपथ पत्र के आधार पर पंजीयन करवा कर गेहूं एवं सरसों चना का विक्रय किया जा सकेगा. इसे मोटर से प्रमाणित कराने की भी जरूरत नहीं रहेगी. यह नई व्यवस्था उन्हीं क्षेत्रों के लिए लागू की गई है, जहां ऑनलाइन गिरदावरी की व्यवस्था नहीं है अथवा किसानों को कृषि पर्यवेक्षक द्वारा गत वर्ष की गिरदावरी प्राप्त नहीं हो रही है. ऑनलाइन गिरदावरी संबंधित क्रय विक्रय क्षेत्र के ई-मित्र संचालक से उसकी मोहर एवं हस्ताक्षर सहित प्राप्त कर संलग्न की जा सकेगी. यह दस्तावेज किसानों को पंजीयन के समय भी अपलोड कराने होंगे.
यह भी पढ़ें- फाइनेंस कंपनियों के कर्मचारियों की प्रताड़ना से परेशान होकर युवक ने की आत्महत्या
जिला रसद अधिकारी के अनुसार पटवारियों की हड़ताल समाप्त होने पर अथवा राज्य या क्रय केंद्र द्वारा मांगे जाने पर गिरदावरी किसान को प्रस्तुत करनी होगी. यह अस्थाई व्यवस्था पटवारियों की हड़ताल तक ही मान्य रहेगी. किसान को उसके जिसका भुगतान गिरदावरी में अंकित रकबे में दर्शाए उत्पादन के अंतर्गत खरीद की निर्धारित मान्य सीमा मात्रा तक के लिए ही देय होगा. इसी के आधार पर संबंधित केंद्र के अधिकारी द्वारा भुगतान का ऑनलाइन अनुमोदन किया जाएगा.