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बांसवाड़ा के घाटोल में बवंडर...डेढ़ हजार पेड़ उखड़े...कई मकान तहस-नहस

राजस्थान के बांसवाड़ा में प्रकृति का कहर जमकर बरपा है. जहां घाटोल में आए बवंडर ने कई घरों को तबाह कर दिया और मवेशियों की जानें ले ली.

घाटोल में बवंडर से तबाही
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Published : Jun 24, 2019, 5:59 PM IST

बांसवाड़ा. घाटोल उपकरण क्षेत्र में रविवार देर रात आए बवंडर ने तीन गांवों के जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया. तेज तूफान के साथ बारिश के कारण करीब 15 सौ से अधिक पेड़ उखड़ गए, जिससे आने-जाने के मार्ग अवरुद्ध हो गए. वहीं, 5 सौ से अधिक मकान तहस-नहस हो गए.

जानकारी के मुताबिक मियासा, पाडला व मुदासेल ग्राम पंचायत में तेज बारिश के साथ आए बवंडर से हजारों पेड़ धराशाई हो गए. वहीं, करीब 12 सौ मकान श्रतिग्रस्त हो गए. इस दौरान एक महिला के गंभीर घायल, चार मवेशियों की पेड़ व मकान के मलबे में दबकर मरने की बात सामने आ रही है. बवंडर से कई विशाल पेड़ गिर जाने से गांव के सभी मुख्य मार्ग अवरुद्ध हो गए, साथ ही बिजली के पोल श्रतिग्रस्त होने से गांव में बिजली गुल हो गई. ग्रामीणों ने बताया कि तेज मूसलधार बारिश के साथ आए बवंडर से ग्रामीण डरे-सहमे इधर-उधर भागने लगे. जगह-जगह पेड़ गिरने व मकानों के शेड उड़ जाने से लोगों को बचाव करना मुश्किल हो गया.

घाटोल में बवंडर से तबाही

आलम ये था कि लोगों ने अपने घरों से बाहर निकलकर उड़ा ले जाने वाले बवंडर से बचने के लिए बड़ी-बड़ी चट्टानों के सहारे व गड्ढों में दूबक कर अपनी जान बचाई. करीब आधे घंटे के भीतर बवंडर ने मियासा, पाडला व मुडासेल के कई गांवों को तहस-नहस कर दिया. बवंडर के जाने के बाद पूरी रात लोग अपने श्रतिग्रस्त मकानों में छुपे रहे. सोमवार सुबह प्रशासन को इसकी सूचना मिलते ही घाटोल विधायक हरेन्द्र निनामा समेत तहसीलदार और विकास अधिकारी मौके का जायजा लेने गांव पहुंचे और नुकसान का जायजा लिया. इस दौरान प्रशासन ने ग्रामीणों को सरकार से हर संभव मदद दिलाने का आश्वासन दिया. घाटोल के उपखंड अधिकारी की मानें तो सूचना के बाद नुकसान का आकलन करवाया जा रहा है और मार्गों को सुचारू करने के लिए रास्तों से पेड़ों को हटवाया जा रहा है.

बांसवाड़ा. घाटोल उपकरण क्षेत्र में रविवार देर रात आए बवंडर ने तीन गांवों के जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया. तेज तूफान के साथ बारिश के कारण करीब 15 सौ से अधिक पेड़ उखड़ गए, जिससे आने-जाने के मार्ग अवरुद्ध हो गए. वहीं, 5 सौ से अधिक मकान तहस-नहस हो गए.

जानकारी के मुताबिक मियासा, पाडला व मुदासेल ग्राम पंचायत में तेज बारिश के साथ आए बवंडर से हजारों पेड़ धराशाई हो गए. वहीं, करीब 12 सौ मकान श्रतिग्रस्त हो गए. इस दौरान एक महिला के गंभीर घायल, चार मवेशियों की पेड़ व मकान के मलबे में दबकर मरने की बात सामने आ रही है. बवंडर से कई विशाल पेड़ गिर जाने से गांव के सभी मुख्य मार्ग अवरुद्ध हो गए, साथ ही बिजली के पोल श्रतिग्रस्त होने से गांव में बिजली गुल हो गई. ग्रामीणों ने बताया कि तेज मूसलधार बारिश के साथ आए बवंडर से ग्रामीण डरे-सहमे इधर-उधर भागने लगे. जगह-जगह पेड़ गिरने व मकानों के शेड उड़ जाने से लोगों को बचाव करना मुश्किल हो गया.

घाटोल में बवंडर से तबाही

आलम ये था कि लोगों ने अपने घरों से बाहर निकलकर उड़ा ले जाने वाले बवंडर से बचने के लिए बड़ी-बड़ी चट्टानों के सहारे व गड्ढों में दूबक कर अपनी जान बचाई. करीब आधे घंटे के भीतर बवंडर ने मियासा, पाडला व मुडासेल के कई गांवों को तहस-नहस कर दिया. बवंडर के जाने के बाद पूरी रात लोग अपने श्रतिग्रस्त मकानों में छुपे रहे. सोमवार सुबह प्रशासन को इसकी सूचना मिलते ही घाटोल विधायक हरेन्द्र निनामा समेत तहसीलदार और विकास अधिकारी मौके का जायजा लेने गांव पहुंचे और नुकसान का जायजा लिया. इस दौरान प्रशासन ने ग्रामीणों को सरकार से हर संभव मदद दिलाने का आश्वासन दिया. घाटोल के उपखंड अधिकारी की मानें तो सूचना के बाद नुकसान का आकलन करवाया जा रहा है और मार्गों को सुचारू करने के लिए रास्तों से पेड़ों को हटवाया जा रहा है.

Intro:बांसवाड़ाl जिले के घाटोल उपकरण क्षेत्र में रविवार देर रात आए बवंडर ने 3 गांव के जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दियाl तेज तूफान के साथ बारिश के चलते करीब 15 सौ से अधिक पेड़ उखड़ गए जिससे आने जाने के मार्ग अवरुद्ध हो गए वही 500 से अधिक मकान तहस-नहस गएl पाउडर की सूचना सोमवार सुबह प्रशासन के पास पहुंचीlBody:बीती रात मियासा,पाडला व मुदासेल ग्राम पंचायत में तेज़ बारिश के साथ आये बवंडर से हजारो पेड़ धराशाई हो गये व करीब 1200 मकान श्रतिग्रस्त हो गए। एक महिला गम्भीर घायल हो गई व चार मवेशियों की पेड़ व मकान के मलबे में दब मरे। बवंडर से कई विशाल पेड़ गिर जाने से गाँव के सभी मुख्य मार्ग अवरुद्ध हो गये। साथ ही बिजली के पोल श्रतिग्रस्त होने से गाँव में बिजली गुल हो गई। ग्रामीणों ने बताया की तेज़ मूसलधार बारिश के साथ आये बवंडर से ग्रामीण डरे सहमे हुए इधर उधर भागने लगे । जगह जगह पेड़ गिर जाने व मकानों टीन और केलु उड़ जाने से लोगो को बचाव करना मुश्किल हो गया । लोगों ने अपने घरो से बाहर निकलकर उड़ा ले जाने वाले बवंडर से बचने के लिए बड़ी बड़ी चट्टानों के सहारे व गड्डो में दूबक कर अपनी जान बचाई करीब आधे घंटे के भीतर बवंडर ने मियासा, पाडला, व मुडासेल के कई गाँवों को तहस नहस कर दिया ।बवंडर के जाने के बाद पूरी रात लोग अपने श्रतिग्रस्त मकानों में छुपे रहे सोमवार सुबह प्रशासन को इसकी सुचना मिलते ही घाटोल विधायक हरेन्द्र निनामा, प्रधान सेना देवी, उपखण्ड अधिकारी दिनेश मंडोवर, तहसीलदार, विकास अधिकारी सहित पूरा प्रशासन व जनप्रतिनिधि मोके का जायजा लेने गाँव पहुचकर बवंडर से हुए नुक्सान का जायजा लिया एवं ग्रामीणों को सरकार से हर सम्भव मदद दिलाने का आश्वासन दियाConclusion:घाटोल के उपखंड अधिकारी दिनेश चंद्र मंडोवरा ने बताया कि सूचना मिलने पर वे खुद टीम के साथ इन गांव में पहुंचे और नुकसान का जायजा लिया। सबसे पहले आने जाने की मार्गों को सुचारू करने के लिए रास्तों से पेड़ों को हटवाया गया। पाडला गांव में दो बकरियां मर गई। नुकसान का आकलन करवाया जा रहा है।
बाइट....…. मौके पर पहुंचे विधायक हरेंद्र निनामा अपनी गाड़ी पर लिखा पढ़ी करते हुए।
बाइट ग्रामीण और महिला
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