जयपुर. चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग ने मौसमी बीमारियों से ग्रसित लोगों की मैपिंग के जरिए जानकारी हासिल करेगा. खासकर स्वाइन फ्लू की स्क्रीनिंग के लिए इस मैपिंग को उपयोग में लाया जाएगा. चिकित्सा विभाग का कहना है कि स्वाइन फ्लू और अन्य मौसमी बीमारियों से ग्रस्त अगर कोई व्यक्ति सामने आता है तो अब विभाग गूगल मैप के जरिए उस व्यक्ति की लोकेशन को चिन्हित करेगा ताकि विभाग के पास ऑनलाइन रिकॉर्ड रह सके.
पॉजिटिव मरीजों के घरों की तलाश करने में भी नहीं आएगी दिक्कतें: इसके पीछे का मुख्य मकसद यह भी है कि अगर किसी मरीज को चिन्हित किया जाता है और भविष्य में कोई टीम उसके घर के आस-पास जाती है तो उसका रिकॉर्ड भी टीम को मैपिंग पर दिखाई देगा. इससे चिकित्सा विभाग की टीम आसानी से स्क्रीनिंग कर पाएगी. चिकित्सा विभाग ने इसके लिए सूचना और प्रौद्योगिकी विभाग से करार किया है और खास बात यह भी रहेगी कि अगर कोई मरीज नहीं होता है तो उसकी जानकारी सुरक्षित रहेगी.
दरअसल कई बार देखने को मिला था कि एक ही स्थान पर कई बार व्यक्ति पॉजिटिव पाया जाता है. लेकिन, उसकी पुरानी जानकारी विभाग के पास उस समय मौजूद नहीं रहती थी. तो ऐसे में गूगल मैपिंग के जरिए मरीजों को विभाग ने चिन्हित करने का फैसला लिया है.