बालोतरा(बाड़मेर). जिले के जसोल कस्बे में तेज आंधी के कारण रामकथा का पांडाल गिर गया. इस दौरान बारिशे के कारण करंट फैलने से 14 लोगों की मौत हो गई. वहीं करीब 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए. जिनमें से चार गंभीर घायलों को जोधपुर रेफर किया गया है, जबकि 20 घायलों का बालोतरा के नाहटा अस्पताल में इलाज चल रहा है. वहीं बाकी घायलों को प्राथमिक इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई. सरकार ने मामले की जांच के लिए संभागीय आयुक्त को निर्देश दिए हैं. वहीं मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए और घायलों को 2-2 लाख रुपए सहायता राशि की घोषणा की है.
घटना की सूचना मिलने के बाद बाड़मेर कलेक्टर, संभागीय आयुक्त, पुलिस निरीक्षक जोधपुर रेंज सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे. घायलों के बेहतर इलाज के लिए बाड़मेर मेडिकल कॉलेज से डॉक्टर्स की टीम भी बालोतरा अस्पताल पहुंची. हालांकि शुरुआती दौर में इलाज में आई परेशानी से मरीज व परिजन खासा नाराज रहे. घटना को लेकर जसोल मंदिर ट्रस्ट की ओर से भी दु:ख जताया गया है. देर रात तक 9 शव परिजनों को सुपुर्द कर दिए गए, जबकि 5 शव सुबह जाएंगे.
आंधी के साथ बारिश की वजह से ज्यादा मौतें
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार तेज हवा से कथा स्थल का डॉम उखड़ गया. इसके कारण डॉम में बिजली आपूर्ति के तार टूट गए. बिजली विभाग द्वारा आपूर्ति बंद होने के बावजूद वहां लगा ऑटो जनरेटर चलता रहा. इससे लोग फंस गए. ऊपर से बारिश होने से आया करंट लोगों के लिए काल बन गया.
सरकारी स्कूल में कथा का आयोजन
जसोल मंदिर ट्रस्ट की ओर से राम कथा का आयोजन नजदीक के सरकारी स्कूल में हो रहा था. आयोजन में टेंट सहित सभी इंतजाम कथा वाचक मुरलीधर महाराज के जिम्मे थे. जो हादसे के बाद जोधपुर निकल गए.