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बाड़मेर दुखांतिका : आंधी के साथ आई बारिश से फैला करंट....प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कैसे हुई इतनी मौतें - घटना का कारण

बाड़मेर जिले के जसोल कस्बे में रामकथा का पांडाल गिरने से हुए हादसे में 14 लोगों की मौत हो गई. वहीं करीब 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए. घटना के प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि डॉम उखड़ने से बिजली के तार टूट गए और बारिश होने के कारण करंट लोगों का काल बन गया.

आंधी के साथ बारिश की वजह से ज्यादा मौतें
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Published : Jun 24, 2019, 12:01 AM IST

बालोतरा(बाड़मेर). जिले के जसोल कस्बे में तेज आंधी के कारण रामकथा का पांडाल गिर गया. इस दौरान बारिशे के कारण करंट फैलने से 14 लोगों की मौत हो गई. वहीं करीब 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए. जिनमें से चार गंभीर घायलों को जोधपुर रेफर किया गया है, जबकि 20 घायलों का बालोतरा के नाहटा अस्पताल में इलाज चल रहा है. वहीं बाकी घायलों को प्राथमिक इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई. सरकार ने मामले की जांच के लिए संभागीय आयुक्त को निर्देश दिए हैं. वहीं मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए और घायलों को 2-2 लाख रुपए सहायता राशि की घोषणा की है.

बाड़मेर हादसे के प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया घटना का कारण

घटना की सूचना मिलने के बाद बाड़मेर कलेक्टर, संभागीय आयुक्त, पुलिस निरीक्षक जोधपुर रेंज सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे. घायलों के बेहतर इलाज के लिए बाड़मेर मेडिकल कॉलेज से डॉक्टर्स की टीम भी बालोतरा अस्पताल पहुंची. हालांकि शुरुआती दौर में इलाज में आई परेशानी से मरीज व परिजन खासा नाराज रहे. घटना को लेकर जसोल मंदिर ट्रस्ट की ओर से भी दु:ख जताया गया है. देर रात तक 9 शव परिजनों को सुपुर्द कर दिए गए, जबकि 5 शव सुबह जाएंगे.

आंधी के साथ बारिश की वजह से ज्यादा मौतें

आंधी के साथ बारिश की वजह से ज्यादा मौतें
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार तेज हवा से कथा स्थल का डॉम उखड़ गया. इसके कारण डॉम में बिजली आपूर्ति के तार टूट गए. बिजली विभाग द्वारा आपूर्ति बंद होने के बावजूद वहां लगा ऑटो जनरेटर चलता रहा. इससे लोग फंस गए. ऊपर से बारिश होने से आया करंट लोगों के लिए काल बन गया.

सरकारी स्कूल में कथा का आयोजन
जसोल मंदिर ट्रस्ट की ओर से राम कथा का आयोजन नजदीक के सरकारी स्कूल में हो रहा था. आयोजन में टेंट सहित सभी इंतजाम कथा वाचक मुरलीधर महाराज के जिम्मे थे. जो हादसे के बाद जोधपुर निकल गए.

बालोतरा(बाड़मेर). जिले के जसोल कस्बे में तेज आंधी के कारण रामकथा का पांडाल गिर गया. इस दौरान बारिशे के कारण करंट फैलने से 14 लोगों की मौत हो गई. वहीं करीब 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए. जिनमें से चार गंभीर घायलों को जोधपुर रेफर किया गया है, जबकि 20 घायलों का बालोतरा के नाहटा अस्पताल में इलाज चल रहा है. वहीं बाकी घायलों को प्राथमिक इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई. सरकार ने मामले की जांच के लिए संभागीय आयुक्त को निर्देश दिए हैं. वहीं मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए और घायलों को 2-2 लाख रुपए सहायता राशि की घोषणा की है.

बाड़मेर हादसे के प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया घटना का कारण

घटना की सूचना मिलने के बाद बाड़मेर कलेक्टर, संभागीय आयुक्त, पुलिस निरीक्षक जोधपुर रेंज सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे. घायलों के बेहतर इलाज के लिए बाड़मेर मेडिकल कॉलेज से डॉक्टर्स की टीम भी बालोतरा अस्पताल पहुंची. हालांकि शुरुआती दौर में इलाज में आई परेशानी से मरीज व परिजन खासा नाराज रहे. घटना को लेकर जसोल मंदिर ट्रस्ट की ओर से भी दु:ख जताया गया है. देर रात तक 9 शव परिजनों को सुपुर्द कर दिए गए, जबकि 5 शव सुबह जाएंगे.

आंधी के साथ बारिश की वजह से ज्यादा मौतें

आंधी के साथ बारिश की वजह से ज्यादा मौतें
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार तेज हवा से कथा स्थल का डॉम उखड़ गया. इसके कारण डॉम में बिजली आपूर्ति के तार टूट गए. बिजली विभाग द्वारा आपूर्ति बंद होने के बावजूद वहां लगा ऑटो जनरेटर चलता रहा. इससे लोग फंस गए. ऊपर से बारिश होने से आया करंट लोगों के लिए काल बन गया.

सरकारी स्कूल में कथा का आयोजन
जसोल मंदिर ट्रस्ट की ओर से राम कथा का आयोजन नजदीक के सरकारी स्कूल में हो रहा था. आयोजन में टेंट सहित सभी इंतजाम कथा वाचक मुरलीधर महाराज के जिम्मे थे. जो हादसे के बाद जोधपुर निकल गए.

Intro:बालोतरा के जसोल में हुए हादसे की जांच सम्भागीय आयुक्त करेंगे


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कथा सुनने आये 14 श्रद्धालुओं की करंट से मौत, 



जोधपुर । बालोतरा के समीप जसोल में चल रही राम कथा मैं रविवार दोपहर आंधी के साथ बारिश आने से पांडाल गिर गया और करंट फैलने से 14 लोगों की मौत हो गई करीब 50 से अधिक घायल हुए जिनमें चार गंभीर को जोधपुर भेजा गया है जबकि बालोतरा के नाहटा अस्पताल  में 20 घायलों को उपचार चल रहा है शेष  को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई सरकार ने इस मामले की जांच के लिए संभागीय आयुक्त को जिम्मा सौंपा है राज्य सरकार ने मृतकों को 500000 और घयलों को ₹200000 की राशि देने की घोषणा की है घटना की सूचना मिलने के बाद बाड़मेर कलेक्टर संभागियायुक्त, पुलिस निरीक्षक जोधपुर रेंज सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे उपचार के लिए बाड़मेर मेडिकल कॉलेज से डॉक्टरों की टीम भी अस्पताल पहुंच गई हालांकि शुरुआती दौर में उपचार में आई परेशानी से मरीज व परिजन खासा नाराज रहे उन्होंने इसको लेकर हंगामा भी किया घटना को लेकर जसोल मंदिर ट्रस्ट की ओर से भी दुख जताया गया। जोधपुर के मुरलीधर महाराज की कथा का आयोजन ट्रस्ट द्वारा ही करवाया गया था। देर रात तक 9 शव भेज दिए गए जबकि 5 शव सुबह जाएंगे। 


बारिश से फैला करंट


आंधी के साथ आई बारिश की वजह से ज्यादा मौते हुई।प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार  तेज हवा से कथा स्थल का डॉम उखड़ गया। इससे डॉम में बिजली आपूर्ति के तार टूट गए। विभाग की आपूर्ति बंद होने के बावजूद जनरेटर  जो ऑटो था चलता रहा। इससे लोग फंस गए। ऊपर से बारिश होने से करंट लोगों के लिए काल बन गया।


सरकारी स्कूल में हो रही थी कथा

जसोल मंदिर ट्रस्ट इस कथा का।आयोजन नजदीक की सरकारी स्कूल में करवा रहा था। टेंट सहित सभी इंतजाम कथा वाचक मुरलीधर महाराज के जिम्मे थे। जो हादसे के जोधपुर निकल गए। स्थानीय 

बाईट पीड़ितों की
बाईट रावल किशन सिंह अध्यक्ष जसोल ट्रस्ट (साफे में)






Conclusion:
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