बांसवाड़ा. शौर्य और बलिदान के प्रतीक महाराणा प्रताप की 479वीं जयंती पूरे प्रदेश में मनाई जा रही है. बांसवाड़ा में भी वागड़ क्षत्रिय महासभा की ओर से कई कार्यक्रम आयोजित किए गए. सुबह से शाम तक वागड़ की वादियों में प्रताप के जयकारे गूंजते रहेंगे. जिलेभर के राजपूत समाज के लोग सुबह राजपूत सभा भवन में एकत्र हुए. पूर्व राजघराने के सदस्य जगमाल सिंह के नेतृत्व में महारावल जगमाल सिंह और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया. ढोल नगाड़े की थाप पर समाज के लोग सभा भवन पहुंचे और वहां से महाराणा प्रताप के चित्र से सजी शोभा यात्रा रवाना हुई.
शोभायात्रा को आगे घुड़सवार एक अलग ही पहचान दे रहे थे. वहीं आदिवासी युवा तलवार, गैर, रमते हुए चल रहे थे. पूर्व राजघराने के सदस्य जगमाल सिंह की रहनुमाई में समाज के लोग शोभायात्रा में शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए कुशलबाग पहुंचे. इससे पहले उन्होंने वाहन रैली के रूप में प्रताप सर्किल पहुंचकर महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया. वहीं समाज के लोगों ने माल्यार्पण कर प्रताप के शौर्य और बलिदान को नमन किया. शोभा यात्रा का जहां शहर में विभिन्न जगह पर सामाजिक संगठनों की ओर से पुष्प वर्षा कर अभिवादन किया गया.
वहीं वाहन रैली में बड़ी संख्या में केसरिया बाना पहने युवा राणा की जय जय.. शिवा की जय जय के जयकारे लगाते चल रहे थे. शोभा यात्रा के अंत में कुशलबाग में आयोजित सभा में अशोक सिंह मेतवाला ने मेवाड़ के महाराणा के शौर्य और बलिदान को रखकर जनसभा में शामिल लोगों में जोश भर दिया. मंचासीन गढ़ी विधायक कैलाश मीणा और घाटोल विधायक हरेंद्र निनामा ने प्रताप के स्टेचू निर्माण की मांग विधानसभा तक पहुंचाने का आश्वासन दिया. वहीं वागड़ क्षत्रिय महासभा के संरक्षक जगमाल सिंह आदि ने भी प्रताप के शौर्य को याद किया.