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डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण करने वाली कंपनी पर निगम करेगा सख्त निगरानी - राजस्थान

पिछले दिनों स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के लिए हुई बैठक में लिए गए फैसले की पालना के लिए अब इंजीनियरों को मुख्यालय से हटाकर विभिन्न जोनों में लगाया गया है. इसके साथ ही अधिकारियों को संबंधित सीएसआई के साथ नियमित रूप से फील्ड में रहकर, कंपनी के कार्यों की निगरानी करनी होगी.

डोर-टू-डोर पर सख्त निगरानी
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Published : May 17, 2019, 9:16 PM IST

जयपुर. शहर की सफाई व्यवस्था में सुधार के लिए डोर टू डोर कचरा संग्रहण करने वाली फर्म बीवीजी कंपनी पर अब नगर निगम सख्ती से निगरानी करेगा. इसके लिए मुख्यालय में लगे इंजीनियरों को सफाई कार्यों की निगरानी के लिए मुख्यालय से हटाकर जोनों में लगाया गया है.

पिछले दिनों स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के लिए हुई बैठक में लिए गए फैसले की पालना के लिए अब इंजीनियरों को मुख्यालय से हटाकर विभिन्न जोनों में लगाया गया है. इसके साथ ही अधिकारियों को संबंधित सीएसआई के साथ नियमित रूप से फील्ड में रहकर, कंपनी के कार्यों की निगरानी की जाएगी. फर्म नियमित रूप से घरों से कचरा संग्रहण कर रही है या नहीं, इसकी अधिकारी नियमित रूप से अपनी रिपोर्ट तैयार कर उच्चाधिकारियों को देंगे. साथ ही ये अपनी उपस्थिति भी जोनों में देंगे. वे संबंधित जोन में डोर टू डोर कचरा संग्रहण की निगरानी करेंगे.

डोर-टू-डोर पर सख्त निगरानी के लिए निगम ने जोनों में इंजीनियरों को लगाया

निगम अतिरिक्त कमिश्नर अरुण गर्ग ने बताया की सभी 8 जोन में 8 पर्यावरण इंजीनियरों को लगाया गया है. जो नियमित रूप से मॉनिटरिंग कर रिपोर्ट पेश करेंगे. हालांकि इन पर्यावरण इंजीनियरों को फील्ड में व्यवस्थाओं की निगरानी के लिए नियुक्त किया गया था. लेकिन ये अधिकारी फील्ड में नहीं जाकर मुख्यालय से ही काम की निगरानी कर रहे थे. जिससे फर्म की लगातार मनमानी बढ़ रही थी. संभव है कि इस निगरानी की पहल के बाद सफाई व्यवस्था में सुधार आएगा.

इन अधिकारियों को किया तैनात

  • विद्याधर नगर जोन - अखिलेश कुमार ओझा
  • हवामहल पश्चिम और आमेर जोन - घनश्याम दास
  • सांगानेर जोन - राजेश कुमार मीना
  • मोती डूंगरी जोन- सुरेंद्र कुमार
  • मानसरोवर जोन - सीमा
  • हवामहल पूर्व - अच्युतधर द्विवेदी
  • सिविल लाइंस जोन - प्रियंका ताखर

जयपुर. शहर की सफाई व्यवस्था में सुधार के लिए डोर टू डोर कचरा संग्रहण करने वाली फर्म बीवीजी कंपनी पर अब नगर निगम सख्ती से निगरानी करेगा. इसके लिए मुख्यालय में लगे इंजीनियरों को सफाई कार्यों की निगरानी के लिए मुख्यालय से हटाकर जोनों में लगाया गया है.

पिछले दिनों स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के लिए हुई बैठक में लिए गए फैसले की पालना के लिए अब इंजीनियरों को मुख्यालय से हटाकर विभिन्न जोनों में लगाया गया है. इसके साथ ही अधिकारियों को संबंधित सीएसआई के साथ नियमित रूप से फील्ड में रहकर, कंपनी के कार्यों की निगरानी की जाएगी. फर्म नियमित रूप से घरों से कचरा संग्रहण कर रही है या नहीं, इसकी अधिकारी नियमित रूप से अपनी रिपोर्ट तैयार कर उच्चाधिकारियों को देंगे. साथ ही ये अपनी उपस्थिति भी जोनों में देंगे. वे संबंधित जोन में डोर टू डोर कचरा संग्रहण की निगरानी करेंगे.

डोर-टू-डोर पर सख्त निगरानी के लिए निगम ने जोनों में इंजीनियरों को लगाया

निगम अतिरिक्त कमिश्नर अरुण गर्ग ने बताया की सभी 8 जोन में 8 पर्यावरण इंजीनियरों को लगाया गया है. जो नियमित रूप से मॉनिटरिंग कर रिपोर्ट पेश करेंगे. हालांकि इन पर्यावरण इंजीनियरों को फील्ड में व्यवस्थाओं की निगरानी के लिए नियुक्त किया गया था. लेकिन ये अधिकारी फील्ड में नहीं जाकर मुख्यालय से ही काम की निगरानी कर रहे थे. जिससे फर्म की लगातार मनमानी बढ़ रही थी. संभव है कि इस निगरानी की पहल के बाद सफाई व्यवस्था में सुधार आएगा.

इन अधिकारियों को किया तैनात

  • विद्याधर नगर जोन - अखिलेश कुमार ओझा
  • हवामहल पश्चिम और आमेर जोन - घनश्याम दास
  • सांगानेर जोन - राजेश कुमार मीना
  • मोती डूंगरी जोन- सुरेंद्र कुमार
  • मानसरोवर जोन - सीमा
  • हवामहल पूर्व - अच्युतधर द्विवेदी
  • सिविल लाइंस जोन - प्रियंका ताखर
Intro:शहर की सफाई व्यवस्था में सुधार के लिए डोर टू डोर कचरा संग्रहण करने वाली फर्म बीवीजी कंपनी पर अब नगर निगम सख्ती से निगरानी करेगा। इसके लिए मुख्यालय में लगे इंजीनियरों को सफाई कार्यों की निगरानी के लिए मुख्यालय से हटाकर जोनों में लगाया गया है।


Body:पिछले दिनों स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के लिए आयोजित बैठक में लिए गए फैसले की पालना के लिए, अब इंजीनियरों को मुख्यालय से हटाकर विभिन्न जोनों में लगाया गया है। इसके साथ ही अधिकारियों को संबंधित सीएसआई के साथ नियमित रूप से फील्ड में रखकर, कंपनी के कार्यों की निगरानी की जाएगी। फर्म नियमित रूप से घरों से कचरा संग्रहण कर रही है या नहीं, इसकी अधिकारी नियमित रूप से अपनी रिपोर्ट तैयार कर उच्चाधिकारियों को देंगे। इसके साथ ही ये अपनी उपस्थिति भी जोनों में देंगे। और संबंधित जोन में डोर टू डोर कचरा संग्रहण की निगरानी करेंगे। निगम अतिरिक्त कमिश्नर अरुण गर्ग ने बताया की सभी 8 जोन में 8 पर्यावरण इंजीनियरों को लगाया गया है। जो नियमित रूप से मॉनिटरिंग कर रिपोर्ट पेश करेंगे।

बाईट - अरुण गर्ग, एडिशनल कमिश्नर, नगर निगम

इन अधिकारियों को किया तैनात-
विद्याधर नगर जोन - अखिलेश कुमार ओझा
हवामहल पश्चिम और आमेर जोन - घनश्याम दास
सांगानेर जोन - राजेश कुमार मीना
मोती डूंगरी जोन- सुरेंद्र कुमार
मानसरोवर जोन - सीमा
हवामहल पूर्व - अच्युतधर द्विवेदी
सिविल लाइंस जोन - प्रियंका ताखर


Conclusion:हालांकि इन पर्यावरण इंजीनियरों को फील्ड में व्यवस्थाओं की निगरानी के लिए नियुक्त किया गया था। लेकिन ये अधिकारी फील्ड में नहीं जाकर मुख्यालय से ही काम की निगरानी कर रहे थे। जिससे फर्म की लगातार मनमानी बढ़ रही थी। संभव है कि इस निगरानी की पहल के बाद सफाई व्यवस्था में सुधार आएगा।
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