जयपुर. लोकसभा चुनाव की तारीख नजदीक आते ही नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है. भाजपा जहां प्रदेश की गहलोत सरकार पर अपराधों की रोकथाम में विफल होने का आरोप लगाया. तो वहीं कांग्रेस ने इन आरोपों को सिरे से नकारा है.
प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष और प्रवक्ता अर्चना शर्मा ने पूर्व गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया और भाजपा नेत्री सुमन शर्मा की ओर से लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज किया है. साथ ही यह भी कहा है कि गहलोत सरकार के कार्यकाल में अपराध बढ़े नहीं बल्कि 17.47 फीसदी कम हुए. प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारों से रूबरू होते हुए अर्चना शर्मा ने कहा कि भाजपा की जो नेत्रियां इन दिनों प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रदेश सरकार पर आरोप लगा रही है. वह पहले भाजपा की पिछली सरकार के कार्यकाल को देख ले, जब प्रदेश में ना तो महिलाएं महफूज थी और ना ही आम जन. शर्मा के अनुसार पिछली वसुंधरा राजे सरकार के कार्यकाल में प्रदेश में रोजाना 10 बलात्कार के मामले और 1 सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आता था.
शर्मा ने मीडिया में रखे अपराधों में कमी के ये आंकड़े
कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया से रूबरू हुई अर्चना शर्मा ने कहा कि जनवरी और फरवरी के आंकड़े बताते हैं कि प्रदेश में अपराधों में काफी कमी आई है. 100 दिवस में कानून इकबाल को महसूस कराने का काम किया गया है. शर्मा के अनुसार जनवरी और फरवरी में हत्या के प्रयास के मामलों में 21.17 फीसदी कमी आई है. वहीं डकैती के मामले में 54.55 प्रतिशत, लूट के मामले में 20.14 प्रतिशत, अपरहण के मामलों में 9.43 फीसदी, बलात्कार के मामलों में 27.59 प्रतिशत और चोरी के मामलों में 20.83 प्रतिशत की कमी आयी है. शर्मा के अनुसार वसुंधरा राजे सरकार के कार्यकाल की तुलना में गहलोत सरकार के कार्यकाल में अपराधों का ग्राफ गिरा है.
पूर्व गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने लगाए थे आरोप
गौरतलब है कि पहले पूर्व गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने प्रेस वार्ता कर प्रदेश में अपराधों के ग्राफ 17 फीसदी बढ़ने का आरोप लगाया था. वहीं भाजपा नेत्री सुमन शर्मा ने कहा था कांग्रेस का हाथ अपराधियों के साथ है. तो जवाब में कांग्रेस उपाध्यक्ष अर्चना शर्मा ने पलटवार कर आरोप लगाने वाले भाजपा नेताओं को उनकी ही पिछली वसुंधरा राज्य सरकार के दौरान घटित अपराधों की जानकारी देकर आईना दिखाने का काम कर दिया.