जयपुर. राजस्थान विधानसभा चुनाव के तहत प्रदेश की 200 विधानसभा सीटों में से 199 सीटों के लिए शनिवार को मतदान होगा. श्रीगंगानगर जिले के करनपुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी के निधन के कारण वहां चुनाव स्थगित किया गया है. मतदान सुबह 7 बजे से शुरू होकर शाम 6 बजे तक होगा. इस दौरान प्रदेश में 5 करोड़ से अधिक मतदाता 1863 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे. निर्वाचन आयोग ने मतदान से जुड़ी सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं.
प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए 51,507 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जहां 5 करोड़ 26 लाख 90 हजार 146 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. प्रदेश में शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव को संपन्न कराने के लिए डेढ़ लाख से अधिक अधिकारियों-कर्मचारियों, पुलिस, होम गार्ड, आरएसी और CAPF की 700 कंपनियों के सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है.
5 करोड़ से ज्यादा मतदाताः प्रदेश की 199 विधानसभा सीटों पर 5 करोड़ 26 लाख 90 हजार 146 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. राज्य में 18 से 30 आयु वर्ग के 1 करोड़ 70 लाख 99 हजार 334 युवा मतदाता हैं. जिनमें 18 से 19 आयु वर्ग के 22 लाख 61 हजार 8 नव मतदाता शामिल हैं. मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि प्रदेश में मतदान के लिए 36,101 स्थानों पर मतदान केन्द्र बनाए गए हैं. इसमें 10,501 मतदान केन्द्र शहरी क्षेत्र में और 41,006 मतदान केंद्र ग्रामीण क्षेत्र में बनाए गए हैं . उन्होंने बताया कि 26,393 मतदान केन्द्रों पर लाइव वेबकास्टिंग करवाई जाएगी . जिला स्तरीय कंट्रोल रूम से इन मतदान केंद्रों पर निगरानी रखी जाएगी . प्रदेशभर में 65,277 बैलट यूनिट, 62,372 कंट्रोल यूनिट और 67,580 वीवीपैट मशीनें रिजर्व सहित मतदान कार्य में उपयोग ली जाएंगी.
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माइक्रो आब्जर्वर की ड्यूटीः प्रवीण गुप्ता ने बताया कि विधानसभा चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण सम्पन्न कराने के लिए विभाग की से 6,287 माइक्रो आब्जर्वर और 6247 सेक्टर अधिकारी नियुक्त किए गए हैं. ये मतदान दलों से लगातार समन्वय बनाकर किसी भी प्रकार की परेशानी का तत्काल निराकरण करेंगे. सभी सेक्टर अधिकारियों को एक-एक अतिरिक्त ईवीएम मशीन भी दी जाएगी, जो ईवीएम संबंधी खराबी की सूचना पर सुधार और रिप्लेसमेंट की कार्यवाही करेंगे. ईवीएम संबंधी खराबी के त्वरित निराकरण के लिए हर विधानसभा सीट में दो-दो बेल के इंजीनियर भी मौजूद रहेंगे, जो कि ईवीएम में किसी भी प्रकार की परेशानी की सूचना प्राप्त होने पर शीघ्र केन्द्रों पर पहुंचेंगे. बेल इंजीनियर के पास भी एक-एक अतिरिक्त ईवीएम मशीन रहेगी.
2 लाख से ज्यादा मतदान कर्मीः प्रवीण गुप्ता ने बताया कि 2,74,846 मतदान कर्मी मतदान सम्पन्न कराएंगे . 7960 महिला मतदान कर्मी महिला प्रबंधित मतदान केन्द्रों पर और 796 दिव्यांग मतदान कार्मिक दिव्यांग प्रबंधित मतदान केंद्रों पर कमान संभालेंगे. सभी मतदान बूथों पर मतदान के लिए व्हील चेयर की व्यवस्था की गई है. मतदान केंद्रों पर आने वाले दिव्यांगजन और 80 वर्ष की आयु के वरिष्ठ मतदाता व्हीलचेयर का लाभ लेते हुए मतदान कर सकते हैं.
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प्रदेश में 3383 विशेष मतदान केन्द्रः महिलाओं, दिव्यांग और युवा मतदाताओं को जागरूक करने के लिए चुनाव आयोग ने इस बार अनोखी पहल की है. भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों में महिला कार्मिक मतदान केंद्र, दिव्यांग कार्मिक मतदान केंद्र और युवा कार्मिक प्रबंधित मतदान केंद्र बनाए गए हैं. पूरे प्रदेश में ऐसे 3383 विशेष मतदान केन्द्र बनाए गए हैं . प्रवीण गुप्ता ने बताया कि हर विधानसभा क्षेत्र में एक दिव्यांग मतदान केंद्र, आठ-आठ महिला और युवा मतदान केंद्र बनाए गए हैं. दिव्यांग मतदान केन्द्रों पर मतदान कार्य की जिम्मेदारी दिव्यांग कर्मियों के हाथ होगी. इसी प्रकार, महिला मतदान केंद्र में सिर्फ महिला कार्मिक ही मतदान कराने की जिम्मेदारी निभाएंगी. युवा मतदान केन्द्र में युवा कार्मिक तैनात किए जाएंगे. वहीं, प्रदेश भर में 199 दिव्यांग मतदान केन्द्र और 1592-1592 महिला व युवा मतदान केन्द्र बनाए गए हैं.
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इस सीट पर चुनाव स्थगितः बता दें कि राजस्थान में 200 विधानसभा सीट हैं, लेकिन इस बार श्रीगंगानगर जिले के करनपुर सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी गुरमीत सिंह कुन्नर का निधन हो गया था. इसके बाद इस सीट पर निर्वाचन आयोग ने चुनाव स्थगित किया है. इस बार 200 विधानसभा सीटों की बजाए 199 सीटों पर मतदान होगा.
1.70 लाख से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात : डीजी (कानून-व्यवस्था) राजीव शर्मा के अनुसार पुलिस, होमगार्ड्स और अर्द्ध-सैनिक बलों की 700 कंपनियों को चुनावी ड्यूटी में तैनात किया गया है. प्रदेश में शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए 70 हजार से अधिक राजस्थान पुलिस के पुलिसकर्मी, 18 हजार राजस्थान होमगार्ड के जवान, 2 हजार राजस्थान बॉर्डर होमगार्ड्स, 15 हजार अन्य राज्यों के होमगार्ड्स और आरएसी की 120 कंपनियां मुस्तैद हैं.
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश, गुजरात, हरियाणा और मध्य प्रदेश के होमगार्ड्स की भी ड्यूटी लगाई गई है. साथ ही केंद्रीय अर्द्ध-सैनिक बल (सीआरपीएफ, बीएसएफ, आईटीबीपी, सीआईएसएफ, एसएसबी, आरपीएफ) की कंपनियां और 18 अन्य राज्यों के सशस्त्र बल सहित कुल 1 लाख 70 हजार से अधिक सुरक्षाकर्मी चुनाव ड्यूटी में तैनात रहेंगे.गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब राज्यों से लगती 4850 किलोमीटर लंबी अंतरराज्यीय सीमा पर बने चेकपोस्ट पर बाहरी अवांछित व्यक्तियों के प्रवेश को रोकने के उद्देश्य से सीलिंग और चेकिंग की कार्रवाई की जाएगी.