भरतपुर. उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पत्नी डॉ. सुदेश धनखड़ संग मंगलवार को राजस्थान के भरतपुर दौरे पर आए. उपराष्ट्रपति धनखड़ यहां बार एसोसिएशन के सदस्य से रूबरू हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि राष्ट्र सर्वोपरि है. हमें भारतीय होने पर गर्व होना चाहिए. भारत अपना दबंग रूप दिखा रहा है, लेकिन कुछ लोगों का हाजमा खराब हो रहा है.
नए कानून की नए भारत के निर्माण में अहम भूमिका : बार एसोसिएशन में अधिवक्ताओं को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति धनखड़ ने भारतीय दंड संहिता में प्रस्तावित बदलावों के बारे में कहा कि ये कानून अंग्रेजों की विरासत थी और इनके कई प्रावधान अनावश्यक परेशान करने वाले थे. इनकी जगह आ रहे नए कानून नए भारत के निर्माण में अहम भूमिका निभाएंगे और न्याय दिलाने में वकीलों के काम को और भी सार्थक करेंगे. जिस देश में न्याय देने की व्यवस्था कमजोर हो जाएगी वहां प्रजातंत्र फलेगा-फूलेगा नहीं.
कुछ लोगों का हाजमा खराब है : उन्होंने संविधान से धारा 370 हटाने को एक ऐतिहासिक कदम बताया. धनखड़ ने कहा कि इसका असर कश्मीर के विकास में दिख रहा है. वहां आने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है. भारत वह देश है जो बीते 10 साल में दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी आर्थिक महाशक्ति बनकर उभरा है. जब हमारा महान भारत दुनिया में दबंग रूप दिखा रहा है, तो कुछ लोगों का हाजमा खराब हो रहा है. वे देश के बारे में नकारात्मकता फैलाते हैं.
वन नेशन, वन इलेक्शन पर हो चर्चा : उपराष्ट्रपति ने कहा कि वन नेशन वन इलेक्शन के मुद्दे से आप सहमत-असहमत हो सकते हैं, लेकिन यह कहना कि हम इस पर चर्चा ही नहीं करेंगे, अलोकतांत्रिक है. देश की कुछ अप्रिय घटनाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जब देश विकास की बुलंदियों को छू रहा है, ऐसे में यदि कोई वंदे भारत पर पत्थर फेंके, संसद में संवाद न हो, यह ठीक नहीं.
किसानों से नई तकनीक को अपनाने का आह्वान : इसके बाद उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ सरसों अनुसंधान निदेशालय पहुंचे. यहां पर उन्होंने किसान छात्रावास का शिलान्यास किया. वैज्ञानिकों से मिलकर सरसों अनुसंधान निदेशालय और वैज्ञानिकों की जिम्मेदारियों पर चर्चा की. इस अवसर पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि लैब टू लैंड तक पहुंचने के विचार को वैज्ञानिक ही साकार कर सकते हैं. उन्होंने किसानों से नई तकनीक को अपनाने का आह्वान किया. साथ ही कृषि वैज्ञानिकों से अनुसंधान को बढ़ावा देने का आग्रह किया, ताकि किसानों को इसका अधिक से अधिक फायदा मिल सके.
विदेशी मेहमानों को परोसा मोटे अनाज का व्यंजन : उपराष्ट्रपति ने कहा कि आज भारत अपने अंतरराष्ट्रीय मेहमानों को भी मोटे अनाज से बने व्यंजन परोस रहा है, जो की बहुत ही सराहनीय परिवर्तन है. उन्होंने देशवासियों से अपने परंपरागत मोटे अनाज को अपने और उसके महत्व को समझने का आह्वान किया. उपराष्ट्रपति ने कहा कि 10 साल पहले भारत दुनिया के पांच सबसे कमजोर देश में शामिल था, लेकिन आज दुनिया की पांचवी आर्थिक महाशक्ति बन गया है. जल्द ही भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में उभर कर सामने आएगा.
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उपराष्ट्रपति धनखड़ ने सरसों अनुसंधान निदेशालय परिसर में सैनिक स्कूल चित्तौड़गढ़ के पूर्व छात्रों से मुलाकात की और स्थानीय सामुदायिक नेताओं से भी भेंट की. इस अवसर पर जाट समाज के लोगों ने भरतपुर के जाटों को केंद्र में आरक्षण दिलवाने में मदद की अपील की. उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने यूआईटी ऑडिटोरियम में छात्रों को भी संबोधित किया और उन्हें देश का भविष्य बताया. इससे पहले भरतपुर के प्राचीन लक्ष्मण मंदिर में दर्शन किया.