जयपुर : राजस्थान की राजधानी जयपुर में बीते दिनों हुई दो दिव्यांग जोड़ों की शादी (deaf and deaf couples unique marriage) चर्चा में है. दरअसल, यहां दो बहरे भाइयों की शादी दो गूंगी बहनों के साथ कराई गई. एक काजी ने मूक-बधिर जोड़ों की निकाह पढ़ाई और दिव्यांग जोड़ों ने काजी के सामने इशारों-इशारों में कहा- कबूल है. इस दौरान शादी समारोह में मौजूद लोगों की आंखें नम हो गईं.
यह शादी जयपुर की जगदीश कॉलोनी में हुई. शादी की खास बात यह रही कि निकाह पढ़ाने वाले काजी ने मूक-बधिर जोड़ों के लिए इशारों में शब्दों का उच्चारण किया. जब काजी ने पूछा कि निकाह कबूल है? तो मूक-बधिर जोड़ों ने अंगूठे से ही तीन बार 'कबूल है' का इशारा किया. इस तरह निकाह संपन्न हुआ और जयपुर के मंसूरी समाज के लोगों ने दूल्हा-दुल्हन काे आशीर्वाद दिया.
निकाह पढ़ाने वाले काजी सैयद असगर अली कहते हैं कि यह शादी बहुत अलग थी, उनके लिए निकाह करना बहुत मुश्किल था. लेकिन दिव्यांग जोड़ों ने उनकी मदद की. असगर अली ने कहा कि दोनों जोड़ों ने एक दूसरे को स्वीकार कर लिया है, हमें बहुत खुशी है क्योंकि ये दोनों जोड़े एक साथ एक ही स्कूल में पढ़ते थे.
निकाह समारोह में केवल दोनों परिवारों के लोग और सगे-संबंधी शामिल हुए. दोनों दुल्हनें सगी बहनें हैं और दोनों दूल्हे आपस में भाई हैं. भाइयों की उम्र 24 साल और 22 साल है, बहनों की उम्र 22 साल और 21 साल हैं.
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